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Thursday 6 April 2017

*फैज़ाने इसाले षवाब* #07
*بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ*
*اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ*

*ईसाले षवाब के मदनी फूल* #01
★ फ़र्ज़, वाजिब, सुन्नत, नफ्ल, नमाज़, रोज़ा, ज़कात, हज, बयान, दर्स, मदनी काफिले में सफर, नेकी की दावत, दिनी किताब का मुतालआ, मदनी कामो के लिये इन्फिरादि कोशिश वगैरा हर नेक काम का ईसाले षवाब कर सकते है।

★ मय्यत का तीजा, दसवा, चालीसवाँ, और बरसी करना अच्छा है की ये ईसाले षवाब के ही ज़राए है। शरीअत में तीजे वगैरा के नाजाइज़ होने की दलील न होना खुद दलीले जवाज़ है और मय्यत के लिये जिन्दो का दुआ करना क़ुरआन से साबित है जो की ईसाले षवाब की अस्ल है। चुनाचे...
    और वो जो उन के बाद आए अर्ज़ करते है, ऐ हमार रब हमे बख्श दे और हमारे भाइयो को जो हम से पहले ईमान लाए। (पा, 28, हस्र 10)

★ तीजे वगैरा का खाना सिर्फ उसी सूरत में मय्यत के छोड़े हुए माल से कर सकते है जब की सारे वुरसा बालिग़ हो और सब के सब इजाज़त भी दे अगर एक भी वारिस ना बालिग़ है तो सख्त हराम है। हा बालिग़ अपने हिस्से से कर सकता है।

★ मय्यत के घर वाले अगर तीजे का खाना पकाए तो (मालदार न खाए) सिर्फ फुकराअ को खिलाए।
*✍🏽बहारे शरीअत, जी.1, ही.4, स. 822*
*✍🏽मदनी पंजसुरह, 403*
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मिट जाए गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
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*​DEEN-E-NABI ﷺ*
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