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Friday 7 April 2017

*फैज़ाने इसाले षवाब* #08
*بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ*
*اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ*

*_ईसाले षवाब के मदनी फूल_* #02
★ एक दिन के बच्चे को भी ईसाले षवाब कर सकते है, उस का तीजा, वगैरा भी करने में हरज नही।

★ जो ज़िन्दा है उन को भी बल्कि जो मुसलमान अभी पैदा नही हुए उन को भी पेशगी (एडवान्स में) ईसाले षवाब किया जा सकता है।

★ मुसलमान जिन्नात को भी ईसाले षवाब कर सकते है।

★ 11वी, रजब (22 रजबुल मुरज्जब को इमाम जाफर सादिक़ के कुंडे करना) वगैरा जाइज़ है। कुंडे ही में खीर खिलाना ज़रूरी नही दूसरे बर्तन में भी खिला सकते है। इस को घर से बाहर भी ले जा सकते है।

★ बुज़ुर्गो की फातिहा के खाने को ताज़िमन "नज़रो नियाज़" कहते है और ये नियाज़ तबर्रुक है इसे अमीर व गरीब सब खा सकते है।

★ ईसाले षवाब के खाने में मेहमान की शिरकत शर्त नही घर के अफ़राद अगर खुद ही खा ले जब भी कोई हरज नही।
*✍🏽मदनी पंजसुरह, 404*
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मिट जाए गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
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*​DEEN-E-NABI ﷺ*
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