Pages

Thursday 2 November 2017

*गुनाहे कबीरा नंबर 36*
بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ

*_एहसान जताना_*
     अल्लाह इर्शाद फ़रमाता है :
_ऐ ईमान वालो अपने सदके बातिल न कर दो एहसान रख कर और इज़ा दे कर।_
*✍🏼البقرة ٢٦٤*

*_एहसान जताने की मज़्ज़्मत में फरमाने मुस्तफा_*
     तीन अशखास से अल्लाह बरोज़े क़यामत कलाम नहीं फ़रमाएगा न उन की तरफ नज़रे रहमत करेगा और न उन्हें पाक फ़रमाएगा और उन के लिये दर्दनाक अज़ाब होगा : (1) तकब्बुर से अपना तहबन्द लटकाने वाला (2) एहसान जताने वाला (3) झूटी क़सम खा कर सौदा बेचने वाला।
*✍🏼مسلم*
     तीन लोगो के अल्लाह फ़र्ज़ क़बूल फ़रमाएगा न नफ्ल : (1) वालिदैन का नाफरमान (2) एहसान जताने वाला (3) तक़दीर को झुटलाने वाला।
*✍🏼السن لابن أبى عاصم*
*✍🏼76 कबीरा गुनाह* 128

●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
*​DEEN-E-NABI ﷺ*
📲JOIN WHATSAPP
📱+91 95580 29197
📧facebook.com/deenenabi
📧Deen-e-nabi.blogspot.in
📧https://www.youtube.com/channel/UCuJJA1HaLBLMHS6Ia7GayiA

No comments:

Post a Comment