Pages

Thursday 16 November 2017

*गुनाहे कबीरा नंबर 51*
بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ

*_ऑलियाउल्लाह को अज़िय्यत देना और उन से अदावत रखना_*
     अल्लाह इर्शाद फ़रमाता है : बेशक जो इज़ा देते है अल्लाह और उस के रसूल को उन पर अल्लाह की लानत है दुन्या और आख़िरत में।
*✍🏼الاحزاب ٥٧*

     हुज़ूर صلى الله عليه وسلم फ़रमाते है : अल्लाह इर्शाद फ़रमाता है जिस ने मेरे किसी वली से दुश्मनी की में उसे ऐलाने जंग देता हूँ।
     एक रिवायत के अलफ़ाज़ ये है : बिलाशुबा उस ने मेरे साथ जंग करने का एलान कर दिया।
*✍🏼بخارى*
     फरमाने मुस्तफा صلى الله عليه وسلم : ऐ अबू बक्र ! अगर तुम ने उन्हें (फुकराए मुहाजिरिन को) नाराज़ कर दिया तो बिलाशुबा तुम ने अपने रब को नाराज़ कर दिया।
*✍🏼مسلم*
*✍🏼76 कबीरा गुनाह* 170

●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
*​DEEN-E-NABI ﷺ*
📲JOIN WHATSAPP
📱+91 95580 29197
📧facebook.com/deenenabi
📧Deen-e-nabi.blogspot.in
📧https://www.youtube.com/channel/UCuJJA1HaLBLMHS6Ia7GayiA

No comments:

Post a Comment