بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ
*जन्नत की हूरों का कलाम*
हज़रते अब्दुल अज़ीज़ बिन सलमान رحمة الله عليه फ़रमाते है कि हज़रते मुतह्हर رحمة الله عليه (जो 60 साल तक अल्लाह की बारगाह में गिर्या कुनां रहे) ने मुझ से फ़रमाया कि में ने देखा कि मुश्क की खुशबूदार नहर के किनारे पर हूँ जिस के किनारे पर मोतियों के दरख्त है और उस की मिटटी अम्बर की है और उसमे सोने के टीले है। यकायक मेरी नज़र कुछ लड़कियों पर पड़ी जो ब-यक ज़बान हो कर ये कह रही थी :
पाक है वो ज़ात, पाक है वो ज़ात जिस की हर ज़बान में तस्बीह की जाती है, वो ज़ात पाक है, पाक है, मौजूद है, पाक है, वो ज़ात जो दाइमी है। वो पाक है, हम अल्लाह की मख्लूक़ में से एक मख्लूक़ है हम हमेशा रहेंगी कभी न मरेंगी हम (जन्नती शौहरों से) राज़ी रहने वालियां है (उन पर कभी) नाराज़ न होंगी, हम तरो ताज़ा रहने वालियां है कभी ज़वाल न पाएंगी।
हज़रत मुतह्हर رحمة الله عليه फ़रमाते है: में ने उन से कहा तुम कौन हो? कहने लगीं हम अल्लाह की मख़लूक़ात में से एक मख्लूक़ है में ने कहा तुम क्या कर रही हो? तो उन्हों ने यक ज़बान हो कर खूब सूरत अन्दाज़ में जवाब दिया,
हमे लोगों के मअबूद, रब्बे मुहम्मद ने ऐसे बन्दों के लिये पैदा फ़रमाया है जो रात के हिस्सों में उस के लिये क़याम (इबादत) करते है। और वो जो अपने मअबूद, तमाम जहानों के पालने वाले से मुनाजात करते है और उन की हाजतें पूरी होती है जब की गाफिल लोग सोते रह जाते है।
आप رحمة الله عليه ने ये सुनकर कहा: खूब बहुत खूब! वो लोग कौन है जिन की आँखों को अल्लाह ने ठन्डा किया है? खुदा की क़सम! नहीं जानता। तो उन लड़कियों ने बताया कि ये वो लोग है जो अपनी रात इबादत और तिलावते क़ुरआन में गुजारते है।
*आंसुओं का दरिया* 35
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मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
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Sunday, 15 July 2018
*तौबा के फ़ज़ाइल और इसकी बरकतें* #02
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