Pages

Sunday 12 August 2018

क़ुरबानी की फ़ज़ीलत व मसाइल* #12


بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ

اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ

*क़ुरबानी का जानवर ज़बह करने से पहले ये दुआ पढ़ी जाए*

اِنِّىْ وَجَّهْتُ وَجْهِيَ لِلَّذِيْ فَطَرَاسَّمٰوٰتِ وَالْاَرْضَحَنِيْفًا وَمَآاَنَا مِنَ الْمُشْرِكِيْنَ o اِنَّ صَلَاتِىْ وَنُسُكِىْ وَمَحْيَاىَوَمَمَاتِىْ لِلّٰهِ رَبِّ الْعٰلَمِيْنَ o لَاشَرِيْكَ لَهُ وَبِذٰلِكَ اُمِرْتُ وَاَنَامِنَالْمُسْلِمِيْنَ

*तर्जमह :* मेने अपना मुह उस की तरफ किया जिसने आसमान व ज़मीन बनाए एक उसी का हो कर और में मुश्रिकों में नही। बेशक मेरी नमाज़ और मेरी कुरबानिया और मेरा जीना और मरना सब अल्लाह के लिये है जो रब सारे जहान का। उसका कोई शरीक नही मुझे यही हुक्म है और में मुसलमान में हु।


     और जानवर की गर्दनके क़रीब पहलू पर अपना सीधा पाउ रख कर اَللّٰهُمَّ لَكَ وَمِنْكَ بِسْمِ اللّٰهِ اللّٰهُاكْبَر  (*तर्जमह :* ऐ अल्लाह ! तेरे ही लिये और तेरी दी हुई तौफ़ीक़ से, अल्लाह के नाम से शुरू अल्लाह सबसे बड़ा है) पढ़ कर तेज़ छुरी से जल्द ज़बह कर दीजिये। क़ुरबानी अपनी तरफ से हो तो ज़बह के बाद ये दुआ पढ़िये :

اَللّٰهُمَّ تَقَبَّلْ مِنِّىْ كَمَا تَقَبَّلْتَ مِنْ خَلِيْلِكَاِبْرَاهِيْم عَلَيْهِ الصَّلٰةُ وَالسَّلَامُ وَحَبِيْبِكَ مُحَمَّدٍ صَلَّى اللّٰهُتَعَالٰى عَلَيْهِ وَاٰلهٖ وَسَلَّم

*तर्जमह :* ऐ अल्लाह ! तू मुझसे इस क़ुरबानी को क़ुबूल फरमा जैसा तूने अपने खलील इब्राहीम अलैहिस्सलाम और अपने हबीब मुहम्मद से क़बूल फ़रमाई।

     अगर दूसरे की तरफ सेक़ुरबानी करे तो مِنِّىْ के बजाए مِنْ कह कर उस का नाम लीजिये। (ब वक़्ते ज़बह पेट पर घुटना या पाउ न रखिये की इस तरह बाज़ अवक़ात खून के इलावा ग़िज़ा भी निकल ने लगती है)

*✍🏽बहारे शरीअत, 3/352*

*✍🏽अब्लाक़ घोड़े सुवार, 14*

●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●

मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से, 

गर होजाए यक़ीन के.....

*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*

●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●

*​DEEN-E-NABI ﷺ*

📲JOIN WHATSAPP

*(बहनों के लिये अलग ग्रुप)*

📱+91 95580 29197

📧facebook.com/deenenabi

📧Deen-e-nabi.blogspot.in

📧https://www.youtube.com/channel/UCuJJA1HaLBLMHS6Ia7GayiA

No comments:

Post a Comment