Pages

Wednesday 9 November 2016

*शाने खातुने जन्नत* #07
*بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ*
*اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ*

_*सय्यिदा फातिमा रोई  फिर हंस पड़ी*_
     उम्मुल मोअमिनीन हज़रते सय्यिदतुना आइशा सिद्दीकाرضي الله تعالي عنها फरमाती है: आकाﷺ की शहज़ादी, खतूने जन्नत हज़रते फातिमाرضي الله تعالي عنها सरवरे काइनातﷺ की खिदमत बा बरकत में हैजिर हुई। उन का चलना हूबहू (यानि बिलकुल ) रसूलूल्लाह के मुशाबेह था, जब महबूबे रब्ब, शाहेनशाहे अरबो अज़मﷺ ने उन को देखा तो फ़रमाया: ऐ मेरी बेटी ! मरहबा ! फिर उन को बिठाया, फिर उन से सरगोशी की (यानि कोई बात कही) जिस को सुनकर शाहज़ादि बहुत रोई। जब महबूबे रब्ब, शहेंशाहे अरबो अज़्मﷺ ने उन की बे करारी देखि तो दोबारा सरगोशी की जिस से आप हंस पड़ी.
     हज़रते सय्यिदतुना आइशा सिद्दीकाرضي الله تعالي عنها फरमाती है : जब हुज़ूर पुरनूरﷺ खड़े हो गए तो में ने खतूने जन्नत से पूछा : आप से रसूले खुदाﷺ ने क्या सरगोशी की थी? खतूने जन्नत ने कहा :में रसूलुल्लाहﷺ का राज़ इफशा (यानि ज़ाहिर) नहीं करुँगी, उम्मुल मोअमिनीन हज़रते सय्यिदतुना आइशा सिद्दिकाرضي الله تعالي عنها फरमाती है: जब अल्लाह के रसूलﷺ राफिके आ'ला से जा मिले (यानि महबूबे रब्बे जुल जलाल का विसाल हो गाया) तो में ने कहा: मेरा आप पर जो हक़ है में आप को उस हक़ की कसम दे कर सुवाल करती हूं, मुझे बताइये: रसूलुल्लाहﷺ ने आप से क्या फ़रमाया था?
     खातूने जन्नतرضي الله تعالي عنها ने कहा: हां! अब में बताती हु, पहली बार हबिबे परवार दगारﷺ ने सरगोशि की तो मुझे यह खबर दी की हर साल जिब्रईल मुझ से एक बार कुराने पाक का दौर किया करते थे इस मर्तबा उन्होंने 2 बार दौर किया है, अब मेरा येही गुमान है कि मेरा वक़्त करीब आ गया है, तुम अल्लाह ताअला से डरना और सब्र करना, बेशक में तुम्हारा अच्छा पेशवा हु, खतूने जन्नत ने कहा:येह सुन कर मुझ पर गिर्या तारी हुआ (यानि में रोने लगी) जब बाबाजान, महबूबे रहमानﷺ ने मेरी बे करारी देखि तो मुझ से दोबरा सरगोशी की और फ़रमाया: ऐ फातिमा! क्या तुम इस बात से राज़ी नही हो की तुम तमाम जन्नतियों की बीवियों या मोमिनों की बीवियों की सरदार हो! खातूने जन्नत ने फ़रमाया:फिर मुजे हंसी आ गई।
*✍🏽शाने खातुने जन्नत, 29*
___________________________________
📮Posted by:-
*​DEEN-E-NABI ﷺ*
💻JOIN WHATSAPP
📲+91 95580 29197
📧facebook.com/deenenabi
📧Deen-e-nabi.blogspot.in

No comments:

Post a Comment