*गुस्से का इलाज* #09
*بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ*
*اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ*
_*पेश्गी मुआफ़ करने की फ़ज़ीलत*_
एहयाउल उलूम में है : एक शख्स दुआ मांग रहा था, या अल्लाह ! मेरे पास सदक़ा व खैरात के लिये कोई माल नही बस येही की जो मुसलमान मेरी बे इज़्ज़ती करे में ने उसे मुआफ़ किया। सरकार पर वही आई, हमने इस बन्दे को बख्श दिया।
*✍🏽एहयाउल उलूम, 3/219*
_*गुस्सा पिने वाले के लिये जन्नती हूर*_
अबू दाऊद की हदीस में है : जिस ने गुस्से को ज़ब्त कर लिया हाला की वो उसे नाफिज़ करने पर क़ादिर था तो अल्लाह बरोज़े क़यामत उस को तमाम मख्लूक़ के सामने बुलाएगा और इख़्तियार देगा की जिस हूर को चाहे ले ले।
*अबू दाऊद, 4/325*
*_हिसाब में असानी के तिन अस्बाब_*
हज़रते अबू हुरैराرضي الله تعالي عنه से मरवी है की तिन बाते जिस शख्स में होगी अल्लाह क़यामत के दिन उसका हिसाब बहुत आसान तरीके से लेगा और उस को अपनी रहमत से जन्नत में दाखिल फ़रमाएगा।
1) जो तुम्हे महरूम करे तुम उसे अता करो।
2) जो तुम से कतए तअल्लुक़ करे तुम उससे मिलाप करो।
3) जो तुम पर ज़ुल्म करे तुम उस को मुआफ़ करदो।
*✍🏽अल मुअ्जम अल वुसअत, 4/18*
*✍🏽गुस्से का इलाज, 16*
___________________________________
📮Posted by:-
*DEEN-E-NABI ﷺ*
💻JOIN WHATSAPP
📲+91 95580 29197
📧facebook.com/deenenabi
📧Deen-e-nabi.blogspot.in
*بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ*
*اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ*
_*पेश्गी मुआफ़ करने की फ़ज़ीलत*_
एहयाउल उलूम में है : एक शख्स दुआ मांग रहा था, या अल्लाह ! मेरे पास सदक़ा व खैरात के लिये कोई माल नही बस येही की जो मुसलमान मेरी बे इज़्ज़ती करे में ने उसे मुआफ़ किया। सरकार पर वही आई, हमने इस बन्दे को बख्श दिया।
*✍🏽एहयाउल उलूम, 3/219*
_*गुस्सा पिने वाले के लिये जन्नती हूर*_
अबू दाऊद की हदीस में है : जिस ने गुस्से को ज़ब्त कर लिया हाला की वो उसे नाफिज़ करने पर क़ादिर था तो अल्लाह बरोज़े क़यामत उस को तमाम मख्लूक़ के सामने बुलाएगा और इख़्तियार देगा की जिस हूर को चाहे ले ले।
*अबू दाऊद, 4/325*
*_हिसाब में असानी के तिन अस्बाब_*
हज़रते अबू हुरैराرضي الله تعالي عنه से मरवी है की तिन बाते जिस शख्स में होगी अल्लाह क़यामत के दिन उसका हिसाब बहुत आसान तरीके से लेगा और उस को अपनी रहमत से जन्नत में दाखिल फ़रमाएगा।
1) जो तुम्हे महरूम करे तुम उसे अता करो।
2) जो तुम से कतए तअल्लुक़ करे तुम उससे मिलाप करो।
3) जो तुम पर ज़ुल्म करे तुम उस को मुआफ़ करदो।
*✍🏽अल मुअ्जम अल वुसअत, 4/18*
*✍🏽गुस्से का इलाज, 16*
___________________________________
📮Posted by:-
*DEEN-E-NABI ﷺ*
💻JOIN WHATSAPP
📲+91 95580 29197
📧facebook.com/deenenabi
📧Deen-e-nabi.blogspot.in
No comments:
Post a Comment