بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ
अल्लाह के महबूब ﷺ ने इर्शाद फ़रमाया: ज़मीन के हिस्से रोज़ाना एक दूसरे को मुखातब करके कहते है "ऐ मेरे पड़ोसी! क्या आज तुझ पर किसी ज़िकरुल्लाह करने वाले का गुज़र हुवा?"
मेरे इस्लामी भाइयो! जब फ़रिश्ते मजालिसे ज़िक्र से उठते है तो अल्लाह फ़रमाता है: ऐ मेरे फरिश्तों! तुम कहाँ गए थे? हाला की वो खूब जानता है, तो फ़रिश्ते अर्ज़ करते है: ऐ हमारे रब! तू खूब जानता है, हम तेरे उन बन्दों के पास थे जो तेरी पाकी बयान कर रहे थे, तेरी तक़दिस बयान करते थे, तेरी अज़मत व बुज़ुर्गी बयान कर रहे थे, तुझ से मांग रहे थे, तेरी बारगाह में इस्तिग़फ़ार कर रहे थे और तेरी पनाह चाहते थे।
अल्लाह दरयाफ़्त फ़रमाता है: ऐ मेरे फ़रिश्ते! वो क्या चीज़ तलब करते थे और किस चीज़ से पनाह मांग रहे थे? तो फ़रिश्ते अर्ज़ करते है: ऐ हमारे रब! तू खूब जानने वाला है, वो जन्नत तलब कर रहे थे और जहन्नम से पनाह चाहते थे। तो अल्लाह फ़रमाता है: ऐ फरिश्तों! गवाह हो जाओ कि में ने उन की तलब उन्हें अता फरमा दी और जिस चीज़ से वो ख़ौफ़ज़दा थे उससे उन्हें अमान अता फरमा दी और अपनी रहमत से उन्हें जन्नत में दाखिल फरमाउंगा।
*✍🏼आंसुओ का दरिया* 25
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मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
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Tuesday 10 July 2018
*ज़िकरुल्लाह की फ़ज़ीलत* #03
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