Pages

Sunday 31 July 2016

*इफाजा का चक्कर (तवाफ़) लगाने के बाद हैज आना*
*بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ*
*اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ*

     आइशाرضي الله تعالي عنها से रिवायत है कि उन्होंने नबीﷺ से अर्ज किया ऐ अल्लाह के रसूलﷺ ! (आप की बीवी) सफिय्या को हैज आ गया,
     आपﷺने फ़रमाया, शायद वो हमे रोक रखेगी ? क्या उसने तुम्हारे साथ तवाफे इफाजा नही किया ? उन्हों ने कहा तवाफ़ तो कर चुकी है, आप ने फ़रमाया, तो फिर चलो (क्यू की तवाफे विदा हैज वाली औरत के लिए ज़रूरी नही)

*हदिष की सरह*
     तवाफे इफाजा जुलहिज्जा की 10वी तारीख को किया जाता है, ये फ़र्ज़ और हज का रुक्न है, अलबत्ता तवाफे विदा जो काबा से रुखसत होते वक़्त किया जाता है, वो हैज वाली औरत के लिये ज़रूरी नही है।
*✍🏽मुख़्तसर सहीह बुखारी, 1/173*
___________________________________
खादिमे दिने नबी ﷺ *मुहम्मद मोईन*
📮Posted by:-
*​DEEN-E-NABI ﷺ*
💻JOIN WHATSAPP
📲+91 955 802 9197
📧facebook.com/deenenabi
📧Deen-e-nabi.blogspot.in

No comments:

Post a Comment