*क़ब्र की दिल हिला देने वाली कहानी*
*بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ*
*اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ*
हज़रते उमर बिन अब्दुल अज़ीज़رضي الله تعالي عنه एक जनाज़े के साथ कब्रस्तान तशरीफ़ ले गए, वहा एक क़ब्र के पास बैठ कर गौरो फ़िक्र में दुब गए, किसी ने अर्ज़ की : या अमीरुल मुअमिनिन ! आप यहाँ तन्हा कैसे तशरीफ़ फरमा है ? फ़रमाया : अभी अभी एक क़ब्र ने मुझे पुकार कर बुलाया और बोली : ऐ उमरرضي الله تعالي عنه ! मुझ से क्यू नही पूछते कि में अपने अंदर आने वालो के साथ क्या बर्ताव करती हु ? मेने कहा मुझे ज़रूर बता। वो कहने लगी...
जब कोइ मेरे अन्दर आता है तो में उसका कफ़न फाड़ कर जिस्म के टुकड़े टुकड़े कर डालती और उसका गोश्त खा जाती हु।
फिर उसने कहा, क्या आप मुझसे ये नही पूछेंगे में उस के जोड़ो के साथ क्या करती हु ? मेने कहा ये भी बता। तो कहने लगी...
हथेलियो को कलाइयों से, घुटनो को पिंडलियों से और पिंडलियों को क़दमो से जुदा कर देती हु।
इतना कहने के बाद हज़रत उमरرضي الله تعالي عنه हिचकियां ले कर रोने लगे, जब कुछ इफ़ाक़ा हुवा तो कुछ इस तरह फ़रमाया :
ऐ इस्लामी भाइयो ! इस दुन्या में हमे बहुत थोडा अर्सा रहना है, जो इस दुन्या में साहिबे इकतिदार है वो आख़िरत में इन्तिहाई ज़लिलो ख्वार होगा, जो मालदार है वो आख़िरत में फ़क़ीर होगा। दुन्या का तुम्हारी तरफ आना तुम्हे धोके में न दाल दे, क्यू की तुम जानते हो ये बहुत जल्द रुखसत हो जाती है।
*✍🏽मुर्दे की बेबसी 4*
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*DEEN-E-NABI ﷺ*
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जब कोइ मेरे अन्दर आता है तो में उसका कफ़न फाड़ कर जिस्म के टुकड़े टुकड़े कर डालती और उसका गोश्त खा जाती हु।
फिर उसने कहा, क्या आप मुझसे ये नही पूछेंगे में उस के जोड़ो के साथ क्या करती हु ? मेने कहा ये भी बता। तो कहने लगी...
हथेलियो को कलाइयों से, घुटनो को पिंडलियों से और पिंडलियों को क़दमो से जुदा कर देती हु।
इतना कहने के बाद हज़रत उमरرضي الله تعالي عنه हिचकियां ले कर रोने लगे, जब कुछ इफ़ाक़ा हुवा तो कुछ इस तरह फ़रमाया :
ऐ इस्लामी भाइयो ! इस दुन्या में हमे बहुत थोडा अर्सा रहना है, जो इस दुन्या में साहिबे इकतिदार है वो आख़िरत में इन्तिहाई ज़लिलो ख्वार होगा, जो मालदार है वो आख़िरत में फ़क़ीर होगा। दुन्या का तुम्हारी तरफ आना तुम्हे धोके में न दाल दे, क्यू की तुम जानते हो ये बहुत जल्द रुखसत हो जाती है।
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