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Wednesday 13 July 2016

बुग्ज़ व किना

*किने का इलाज*
हिस्सा-11
*بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ*
*اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ*

*_दुनयावी चीज़ों की जगह से बुग्ज़ व किना रखना अक्लमंदी नही_*
     किने की बुन्याद उमुमन दुनयावी चीज़े होती है, लेकिन सोचने की बात है कि क्या दुन्या की वजह से अपनी आख़िरत बर्बाद करलेना दानिशमंदि है ?

     हज़रते अब्बासرضي الله تعالي عنه ने इरशाद फ़रमाया : बरोज़े क़यामत दुन्या को एक बद सूरत नीली आँखों वाली बुठ्ठी औरत के रूप में लाया जाएगा जिसके (डरावने) दांत नज़र आ रहे होंगे और वो तमाम इंसानो के सामने हो जाएगी, उन से पूछा जाएगा : क्या तुम इस को जानते हो ? वो जवाब देंगे, हम इसकी पहचान से अल्लाह की पनाह मांगते है।
तो कहा जाएगा : ये वो दुन्या है जिसे हासिल करने के लिये तुम एक दूसरे का खून भाते थे, इस को पाने के लिये रिश्तेदारी तोड़ दिया करते थे, इसकी खातिर एक दूसरे पर गुरुर और हसद करते थे और इसी के लिये एक दूसरे से बुग्ज़ रखते थे।
     फिर दुन्या को बुठ्ठी औरत के रूप में जहन्नम में डाल दिया जाएगा तो वो कहेगी : या अल्लाह मेरे चाहने वाले, मेरे पीछे आने वाले कहा गए ?
तो अल्लाह इरशाद फ़रमाएगा : इसके पीछे भागने वालो और चाहने वालो को भी इसके पास जहन्नम में पंहुचा दो।
*✍🏽शोएबुल ईमान 7/383*
*✍🏽बुग्ज़ व किना 49*
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