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Sunday 3 July 2016

बुग्ज़ व किना

*किने का इलाज*
हिस्सा~03
*بِسْــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ*
*الصــلوة والسلام‎ عليك‎ ‎يارسول‎ الله ﷺ*

*_दूसरा बाब-बद गुमानी_*
किसी के बारे में बद गुमानी करने से भी किना पैदा होना मुमकिन है। हज़रत अल्लामा अब्दुल मुस्तफा आज़मी अलैरहमा इस्लामी बहनो को नसीहत देते हुए इरशाद फरमाते है :
घर के अंदर सास, नन्दे, या जेठानी-देवरानी या कोई दूसरी औरते आपस में चुपके चुपके बाते कर रही हो तो औरत को चाहिये कि ऐसे वक़्त में उन के क़रीब न जाए और न ये जुस्तजू करे कि वो आपस में क्या बाते कर रही है और बिला वजह ये बद गुमानी भी न करे कि कुछ मेरे ही मुतअल्लिक़ बाते कर रही होंगी की इससे ख्वाह मख्वाह दिल में एक दूसरे की तरफ से किना पैदा हो जाता है जो बहुत बड़ा गुनाह होने के साथ साथ बड़े बड़े फसाद होने का सबब बन जाया करता है।
*✍🏽जन्नती ज़ेवर 59*
*✍🏽बुग्ज़ व किना 42*
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*​DEEN-E-NABI ﷺ*​
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