Pages

Tuesday 20 December 2016

*फैज़ाने सिद्दीके अकबर* #09
*بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ*
*اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ*

*सिद्दीके अकबर की पैदाइश व जाए परवरिश*
_*दुन्या में तशरीफ़ आवरी*_
     आपرضي الله تعالي عنه आमूल फिल के अढ़ाई साल बाद और सरकारﷺ की विलादत के दो साल और चन्द माह बाद पैदा हुए। आपرضي الله تعالي عنه 6 माह शिकमे मादर में रहे और दो साल तक अपनी वालिदा का दूध पिया।

*_जाए परवरिश और दीगर मुआमलात_*
     आपرضي الله تعالي عنه की जाए परवरिश मक्का में है, आप सिर्फ तिजारत की गर्ज़ से बाहर तशरीफ़ ले जाते थे, अपनी क़ौम में बड़े मालदार बा मुरुव्वत, हुस्ने अख़लाक़ के मालिक और निहायत ही इज़्ज़त व शरफ वाले थे।

*_सिद्दीके अकबर के 3 मुबारक घर_*
     1) मक्का में हज़रते अबू बक्र सिद्दीक़رضي الله تعالي عنه का एक घर महल्ला मुस्फला में वाकेअ है जिस में वो दो मुबारक पथ्थर लगे हुवे है जिन्हों ने अल्लाह के महबूबﷺ को क़ब्ल अज़ ऐलाने नबुव्वत सलाम किया। वाज़ेह रहे की हज़रते अबू बक्र सिद्दीक़رضي الله تعالي عنه ने मक्की ज़िन्दगी इसी मुबारक मकान में बसर की।
     2) मदीना में आपرضي الله تعالي عنه के 2 घर थे, एक घर मस्जिदे नबवी से मुत्तसिल था जिस की खिड़की मस्जिदे नबवी के अंदर खुलती थी और उसी खिड़की के मुतअल्लिक़ सरकारﷺ ने आखरी उम्र में इरशाद फ़रमाया की : अबू बक्र की खिड़की के सिवा तमाम खिड़किया बंद कर दो।
     3) दूसरा घर मक़ामे 'सुन्ह' में वाकेअ था, अल्लाह के महबूबﷺ के विसाले ज़ाहिरी के वक़्त आपرضي الله تعالي عنه इसी घर से काशानए नबुव्वत हाज़िर हुवे थे।
*✍🏽फैज़ाने सिद्दीके अकबर, 33*
___________________________________
📮Posted by:-
*​DEEN-E-NABI ﷺ*
💻JOIN WHATSAPP
📲+91 95580 29197
📧facebook.com/deenenabi
📧Deen-e-nabi.blogspot.in

No comments:

Post a Comment