Pages

Saturday 25 June 2016

सिरते मुस्तफा ﷺ


*जंगे उहूद*
*بِسْــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ*
*الصــلوة والسلام‎ عليك‎ ‎يارسول‎ الله ﷺ*

*ज़ियाद बिन सकन की शुजाअत और शहादत*
एक मर्तबा कुफ्फार का हुजूम हमला आवर हुवा तो हुज़ूर ﷺ ने फ़रमाया कि "कौन हे जो मेरे ऊपर अपनी जान क़ुर्बान करता ह?" ये सुन कर हज़रते ज़ियाद رضي الله تعالي عنه 5 अन्सारियो को साथ ले कर आगे बढ़े और हर एक ने लड़ते हुए अपनी जाने फ़िदा कर दी। हज़रते ज़ियाद ज़ख्मो से लाचार हो कर ज़मीन पर गिर पड़े थे मगर कुछ कुछ जान बाक़ी थी,
हुज़ूर ﷺ ने हुक्म दिया कि उनकी लाश को मेरे पास उठा लाओ, जब लोगो ने उन की लाश को बारगाहे रिसालत में पेश किया तो हज़रते ज़ियाद ने खिसक कर महबूबे खुदा ﷺ के क़दमो पर अपना मुह रख दिया और इसी हालत में उन की रूह परवाज़ कर गई।

अल्लाहु अकबर ! हज़रते ज़ियाद बिन सकन رضي الله تعالي عنه की इस मौत पर लाखो जिंदगियां क़ुर्बान ! सुब्हान अल्लाह
*✍🏽सिरते मुस्तफा 268*
___________________________________
📮Posted by:-
*​DEEN-E-NABI ﷺ*​
💻JOIN WHATSAPP
📲+91 9723 654 786
📧facebook.com/deenenabi
📧Deen-e-nabi.blogspot.in

No comments:

Post a Comment