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Saturday 11 June 2016

बुग्ज़ व किना

*मुआशरे का सुकून बर्बाद हो जाता है*

मुआशरे का सुकून बर्बाद करने के *किने* का बजी बड़ा किरदार है, ये भाई को भाई से लड़वा देता है, खानदान का शिराजह बिखेर देता है, एक बरादरी को दूसरी बरादरी का मुखालिफ बना देता है और ये मिज़ाजे शरीअत के खिलाफ है क्यूकि मुसलमानो को तो भाई भाई बन कर रहने की ताकीद की गई है। चुनान्चे...

*तुम लोग भाई भाई बन कर रहो*
नबी ﷺ ने फ़रमाया :
आपस में हसद न करो, आपस में बुग्ज़ व अदावत न रखो, पीठ पीछे एक दूसरे की बुराई बयान न करो और ऐ अल्लाह के बन्दों ! भाई भाई हो जाओ।
*#सहीह बुखारी 4/117*

हज़रत मुफ़्ती अहमद यार खान अलैरहमा इस हदिशे पाक के तहत फरमाते है :
बदगुमानी, हसद, बुग्ज़ वगैरा वो चीज़े है जिन से महब्बत टूटती है और इस्लामी भाईचारा महब्बत चाहता है, लिहाज़ा ये उयुब छोड़ो ताकि भाई भाई बन जाओ।
*मीरअतुल मनाजिह् 6/608*

*#बुग्ज़ व किना 15,16*
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