*तज़किरतुल अम्बिया* #44
بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ
*हज़रत आदम स्फीउल्लाह عليه السلام*
#38
*शैतान इन्सानों को कैसे वस्वसे में डालता है?*
अल्लाह ने इर्शाद फ़रमाया: बेशक वह और उसका क़बीला तुम्हें देखता है जहाँ से तुम उसे नहीं देख सकते।
यानी शैतान और उसके ज़ेरे असर दूसरे छोटे शैतान जहाँ कहीं भी हो इन्सानों को देख सकते है और उन्हें वस्वसे में डाल सकते है हालाँकि इंसान उन्हें नहीं देख रहे होते।
बेशक शैतान इंसान के अंदर अपने असरात इस तरह जारी व सारी कर सकता है जैसे आदम की रगों में खून जारी होता है।
*✍🏼तज़किरतुल अम्बिया* 48
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मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
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*DEEN-E-NABI ﷺ*
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मिट जाए गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से, गर होजाये यक़ीन के.. अल्लाह सबसे बड़ा है..अल्लाह देख रहा है..
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Sunday 4 February 2018
*तज़किरतुल अम्बिया* #44
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