Pages

आशिके अक्बर

〰〰〰 ﺑِﺴْـــــــﻢِﷲِﺍﻟﺮَّﺣْﻤَﻦِﺍلرَّﺣِﻴﻢ 〰〰〰
🌹बचपन की हैरत अंगेज़ हिकायत🌹

👉🏽सिद्दिके अक्बर ( رضي الله تعالي عنه) ने कभी बूत को सज्दा न किया। चन्द बरस की उम्र में आप के बाप बूतखाने में के गए और कहा :
👉🏽ये है तुम्हारा बुलन्दो बाला खुदा, इन्हें सज्दा करो। जब आप बूत के सामने तशरीफ़ ले गए फ़रमाया :
👉🏽में भूका हु मुझे खाना दे, में नंगा हु मुझे कपड़े दे, में पथ्थर मारता हु अगर तू खुदा है तो अपने आप को बचा।

👉🏽वो बूत भला क्या जवाब देता। आप ने एक पथ्थर उसको मारा जिसके लगते ही वो गिर पड़ा और क़ुव्व्ते खुदादाद की ताब न ला सका।

👉🏽बाप ने ये हालत देखि उन्हें गुस्सा आया, उन्हों ने एक थप्पड़ रुख्सारे मुबारक पर मारा, और वहा से आप की माँ के पास लाए, सारा वाक़ीआ ब्यान किया।

👉🏽माँ ने कहा : इसे इस के हाल पर छोड़ दो जब ये पौदा हुवा था तो ग़ैब से आवाज़ आई थी की

☝🏽ऐ अल्लाह عزوجل की सच्ची बन्दी ! तुझे खुश खबरी हो ये बच्चा अतीक़ हा, आसमानों में इस का नाम सिद्दीक़ है, मुहम्मद ﷺ का साहिब और रफ़ीक़ है।

👆🏽ये रिवायत सिद्दिके अक्बर رضي الله تعالي عنه ने खुद मजलिसे अक़दस में बयान की। जब ये बयान कर चुके, जिब्रीले अमिन अलैहिस्सलाम हाज़ीरे बारगाह हुए और अर्ज़ की :
अबू बक्र ने सच कहा इर् वो सिद्दीक़ है।

👆🏽ये हदिष इमाम अहमद कस्तलानी ने शर्हे सहीह बुखारी में ज़िक्र की।

🖊हवाला
📒शर्हे सहीह बुखारी, जी.8 स.370
📚आशिके अक्बर, सफा 4
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
💐मुज़े अपनी और सारी दुनिया के लोगो के इस्लाह की कोशिश करनी है. إن شاء الله  عزوجل
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
📮Posted by:-👇🏿👇🏿

DEEN-E-NABI ﷺ📚
💻JOIN WHATS APP & FB PAGE...
📧 https://m.facebook.com/profile.php?id=1632620910354862&ref=finch_more
📲+91 9723 654 786
〰〰〰 ﺑِﺴْـــــــﻢِﷲِﺍﻟﺮَّﺣْﻤَﻦِﺍلرَّﺣِﻴﻢ 〰〰〰
🌾सिद्दिके अक्बर का मुख़्तसर तआरुफ🌾

♻Part~01

👉🏽खलीफए अव्वल, जा नशिने महबूबे रब्बे क़दीर, अमीरुल मुअमिनीन हज़रते सिद्दिके अक्बर رضي الله تعالي عنه का नामे नामी इस्मे गिरामी अब्दुल्लाह
👉🏽आप رضي الله تعالي عنه की कून्यत अबू बक्र और सिद्दीक़ व अतीक़ आप के अलक़ाब है।

👉🏽सिद्दीक़ का माना है : बहुत ज्यादा सच बोलने वाला।
आप رضي الله تعالي عنه जमानए जाहिलिय्यत ही में इस लक़ब से मुलक़्क़ब् हो गए थे क्यू की हमेशा ही सच बोलते थे और अतीक़ का माना है "आज़ाद"।

🌴सरकारे आली मर्तबत ﷺ ने आप को बिशारत देते हुए फ़रमाया : तू नारे दोज़ख से आज़ाद है। इसलिये आप का ये लक़ब हुवा।
📓तारीखुल खु-लफा स.29

👉🏽आप رضي الله تعالي عنه कुरैशी है और सातवी पुश्त में सजरए नसब रसूलुल्लाह ﷺ के खानदानी सजरे से मिल जाता है।

👉🏽आप رضي الله تعالي عنه आमूल फिल के तकरीबन अढ़ाई बरस के बाद मककतुल मुकर्रमा में पैदा हुए।

📨Continue...

🖊हवाला
📚आशिके अक्बर, सफा 3-4
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
💐मुज़े अपनी और सारी दुनिया के लोगो के इस्लाह की कोशिश करनी है. إن شاء الله  عزوجل
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
📮Posted by:-👇🏿👇🏿

DEEN-E-NABI ﷺ
💻JOIN WHATS APP & FB PAGE...
📧 https://m.facebook.com/profile.php?id=1632620910354862&ref=finch_more
📲+91 9723 654 786
〰〰〰 ﺑِﺴْـــــــﻢِﷲِﺍﻟﺮَّﺣْﻤَﻦِﺍلرَّﺣِﻴﻢ 〰〰〰
🌹सिद्दिके अक्बर का मुख़्तसर तआरुफ़🌹

♻Part~02

👉🏽अमीरुल मुअमिनीन हज़रते सिद्दिके अक्बर رضي الله تعالي عنه वो सहाबी है जिन्हों ने सब से पहले ताजदारे रिसालत की तस्दीक़ की। आप इस क़दर जामिउल कमालात और मज्मउल फ़ज़ाइल है की अम्बियाए किराम अलैहिमुस्सलाम के बाद अगले और पिछले तमाम इंसानो में सब से अफ़ज़लो आला है।

👉🏽आज़ाद मर्दों में सब से पहले इस्लाम क़बूल किया और तमाम जिहादो में मुजाहदाना कारनामो के साथ शरीक हुए और सुल्ह व जंग के तमाम फेसलो में महबूबे रब्बे क़दीर ﷺ के वज़ीर व मुशीर बन कर, ज़िन्दगी के हर मोड़ पर आप का साथ दे कर जां निसारि व वफादारी का हक़ अदा किया।

👉🏽2 साल 7 माह मसन्दे खिलाफत पर रौनक अफ़रोज़ रह कर 22 जमादल उखरा सी. 13 ही. पिर का दिन गुज़ार कर वफ़ात पाई।

👉🏽अमीरुल मुअमिनीन हज़रते उमर رضي الله تعالي عنه ने नमाज़े जनाज़ा पढ़ाई और रोज़ए मुनव्वरह में हुज़ूर के पहलूए मुक़द्दस में दफन हुए।

🖊हवाला
📚आशिके अक्बर, सफा 4
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
💐मुज़े अपनी और सारी दुनिया के लोगो के इस्लाह की कोशिश करनी है. إن شاء الله  عزوجل
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
📮Posted by:-👇🏿👇🏿

DEEN-E-NABI ﷺ
💻JOIN WHATS APP & FB PAGE...
📧 https://m.facebook.com/profile.php?id=1632620910354862&ref=finch_more
📲+91 9723 654 786
〰〰〰 ﺑِﺴْـــــــﻢِﷲِﺍﻟﺮَّﺣْﻤَﻦِﺍلرَّﺣِﻴﻢ 〰〰〰
☝🏽सब से पहले कौन ईमान लाया ❓

👉🏽अगर्चे सहाबए किराम व तांबईन वगैरहुम की कसीर जमाअतो ने इस पर ज़ोर दिया है की "सिद्दिके अक्बर" सब से पहले मोमिन है।

👉🏽मगर बाज़ हज़रात ने ये भी फ़रमाया की सब से पहले मोमिन हजरते अली رضي الله تعالي عنه है।

👉🏽बाज़ ने ये कहा की हज़रते खदीजा सब से पहले ईमान से मुशर्रफ हुई।

👉🏽इन अक़वाल में हजरते इमामे आली मक़ाम इमामे आज़म अबू हनीफा رضي الله تعالي عنه ने इस तरह तत्बिक़ दी है की मर्दों में सबसे पहले हज़रते अबू बक्र رضي الله تعالي عنه मुशर्रफ ब ईमान हुए और औरतो में हज़रते उम्मुल मुअमिनीन खदीजा और नौ उम्र साहिब ज़ादो में हज़रते अली رضي الله تعالي عنه ।

🖊हवाला
📓तारीखुल खुल्फाए राशीदिन, स.26
📒सवानेहे करबला, सफा 37
📚आशिके अक्बर, सफा 5
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
💐मुज़े अपनी और सारी दुनिया के लोगो के इस्लाह की कोशिश करनी है. إن شاء الله  عزوجل
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
📮Posted by:-👇🏿👇🏿

DEEN-E-NABI ﷺ
💻JOIN WHATS APP & FB PAGE...
📧 https://m.facebook.com/profile.php?id=1632620910354862&ref=finch_more
📲+91 9723 654 786
〰〰 ﺑِﺴْـــــــﻢِﷲِﺍﻟﺮَّﺣْﻤَﻦِﺍلرَّﺣِﻴﻢ 〰〰
सब से अफज़ल कौन❓

👉🏽अहले सुन्नत का इस पर इज्माअ है की अम्बिया अलैहिमुस्सलाम के बाद तमाम आलम से अफज़ल हज़रते अबू बक्र सिद्दीक़ رضي الله تعالي عنه है,

👉🏽उनके बाद हज़रते उमर, उनके बाद हज़रते उष्मान, उनके बाद हज़रते अली, उनके बाद तमाम अशरए मुबश्शरा, उनके बाद बाक़ी अहले बद्र, उनके बाद बाक़ी अहले उहुद, उनके बाद बाक़ी अहले बैअते रिज़वान, फिर तमाम सहाबा।

👉🏽ये इज्माअ अबी मन्सूर बगदादी रहमतुल्लाह अलैह ने नक़ल किया है।

👉🏽इब्ने असाकिर ने हज़रते इब्ने उमर رضي الله تعالي عنه से रिवायत की, फ़रमाया की हम अबू बक्र व उमर व उष्मान व अली को फ़ज़ीलत देते थे बहाले की सरवरे आलम हम में तशरीफ़ फरमा है।
📒इब्ने असाकिर, जी.30 स.346

👉🏽इमाम अहमद رضي الله تعالي عنه वग़ैरा ने हज़रते अली मुर्तज़ा رضي الله تعالي عنه से रिवायत किया की आप ﷺ ने फ़रमाया इस उम्मत में नबी अलैहिमुस्सलाम के बाद सब से बेहतर अबू बक्र व उमर رضي الله تعالي عنه है।
इब्ने असाकिर, जी.30 स.351

👉🏽ज़हबी रहमतुल्लाह अलैह ने कहा की ये हज़रते अली से ब तवातुर मन्कुल है।
📒तारीखुल खुल्फाए राशिदीन, सफा 34

🖊हवाला
📚आशिके अक्बर, सफा 5-6
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
💐मुज़े अपनी और सारी दुनिया के लोगो के इस्लाह की कोशिश करनी है. إن شاء الله  عزوجل
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
📮Posted by:-👇🏿👇🏿

DEEN-E-NABI ﷺ
💻JOIN WHATS APP & FB PAGE...
📧 https://m.facebook.com/profile.php?id=1632620910354862&ref=finch_more
📲+91 9723 654 786
〰〰 ﺑِﺴْـــــــﻢِﷲِﺍﻟﺮَّﺣْﻤَﻦِﺍلرَّﺣِﻴﻢ 〰〰
🌴माल व जान आक़ाए दो जहा पर कुर्बान🌴

👉🏽साहिबे मरविय्याते क्सिरा हज़रते अबू हुरैरा رضي الله تعالي عنه से मरवी है की रहमते आलम ﷺ का फरमाने हक़ीक़त निशान है :
👉🏽मुझे कभी किसी के माल ने वो फाएदा न दिया जो अबू बक्र رضي الله تعالي عنه के माल ने दिया।
👉🏽बारगाहे नबुव्वत से ये बिशारत सुन कर हज़रते अबू बक्र رضي الله تعالي عنه रो दिये और अर्ज़ की :
🌴या रसूलल्लाह ﷺ ! मेरे और मेरे माल के मालिक आप ही तो है।
📕सुनन इब्ने माजा, जी.1 स.72 हदिष:94

👆🏽इस रिवायते मुबारका से मालुम हुवा की हज़रते सिद्दिके अक्बर رضي الله تعالي عنه का मुबारक अक़ीदा भी येही था की हम महबूबे रब्बुल अनाम अलैहिमुस्सलाम के गुलाम है और गुलाम के तमाम माल व मनाल का मालिक उस का आक़ा ही होता है, हम गुलामो का तो अपना है ही क्या ?

🖊हवाला
📚आशिके अक्बर, सफा 7-8
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
💐मुज़े अपनी और सारी दुनिया के लोगो के इस्लाह की कोशिश करनी है. إن شاء الله  عزوجل
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
📮Posted by:-👇🏿👇🏿

DEEN-E-NABI ﷺ
💻JOIN WHATS APP & FB PAGE...
📧 https://m.facebook.com/profile.php?id=1632620910354862&ref=finch_more
📲+91 9723 654 786
〰〰 ﺑِﺴْـــــــﻢِﷲِﺍﻟﺮَّﺣْﻤَﻦِﺍلرَّﺣِﻴﻢ 〰〰
🌴करू तेरे नाम पे जां फ़िदा🌴

♻Part~01

👉🏽इब्तिदाए इस्लाम में जो शख्स मुसलमान होता वो अपने इस्लाम को जहां तक मुमकिन होता मख़फ़ी रखता की हुज़ूर ﷺ की तरफ से भी येही हुक्म था ताकि काफ़िरो की तरफ से पहुचने वाली तकलीफ और नुक़सान से महफूज़ रहे।

👉🏽जब मुसलमान मर्दों की तादाद 38 हो गई तो हज़रते सिद्दिके अक्बर رضي الله تعالي عنه ने बारगा बारगाहे रसूले अनवर में अर्ज़ की : या रसूलल्लाह ﷺ ! अब अलल ऐलान रबलिगे इस्लाम की इजाज़ इनायत फरमा दीजिये।

🌴हुज़ूर ﷺ ने अव्वल इनकार फ़रमाया मगर फिर आप رضي الله تعالي عنه के इसरार पर इजाज़त इनायत फ़रमा दी।

📨Continue....

🖊हवाला
📚आशिके अक्बर, सफा 8-9
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
💐मुज़े अपनी और सारी दुनिया के लोगो के इस्लाह की कोशिश करनी है. إن شاء الله  عزوجل
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
📮Posted by:-👇🏿👇🏿

DEEN-E-NABI ﷺ
💻JOIN WHATS APP & FB PAGE...
📧 https://m.facebook.com/profile.php?id=1632620910354862&ref=finch_more
📲+91 9723 654 786
〰〰 ﺑِﺴْـــــــﻢِﷲِﺍﻟﺮَّﺣْﻤَﻦِﺍلرَّﺣِﻴﻢ 〰〰
🌴करू तेरे नाम पे जां फ़िदा🌴

♻Part~02

👉🏽चुनान्चे सिद्दिके अक्बर رضي الله تعالي عنه सब मुसलमानो को ले कर मस्जिदुल हराम शरीफ में तशरीफ़ ले गए और खतीबे अव्वल हज़रते सिद्दिके अक्बर رضي الله تعالي عنه ने ख़ुत्बे का आगाज़ किया, ख़ुत्बा शुरू होते ही कुफ़्फ़ार व मुशरिकीन चारो तरफ से मुसलमानो पर टूट पड़े।

👉🏽मक्कए मुकर्रमा में आप رضي الله تعالي عنه की अज़मत व शराफत मुसल्लम थी, इसके बा वुजूद कुफ़्फ़ारे बद अतवार ने आप पर भी इस क़दर खुनी वार किये की चेहरए मुबारक लहू लुहान हो गया हत्ता की आप رضي الله تعالي عنه बेहोश हो गए।

👉🏽जब आप رضي الله تعالي عنه के क़बीले के लोगो को खबर हुई तो वो आप رضي الله تعالي عنه को वहा से उठा कर लाए। लोगो ने गुमान किया की हज़रते सिद्दिके अक्बर رضي الله تعالي عنه ज़िन्दा न बच सकेंगे। शाम को जब आप को इफ़ाक़ा हुवा और होश में आए तो सब से पहले ये अल्फ़ाज़ ज़बाने सदाक़त निशान पर जारी हुए :
🔹महबूबे रब्बे जुल जलाल ﷺ का क्या हाल है ?
🔹लोगो की तरफ से इस पर बहुत मलामत हुई की उन का साथ देने की वजह से ही ये मुसीबत आई, फिर भी उन्ही का नाम ले रहे हो।

📨Continue...

🖊हवाला
📚आशिके अक्बर, सफा 9
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
💐मुज़े अपनी और सारी दुनिया के लोगो के इस्लाह की कोशिश करनी है. إن شاء الله  عزوجل
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
📮Posted by:-👇🏿👇🏿

DEEN-E-NABI ﷺ
💻JOIN WHATS APP & FB PAGE...
📧 https://m.facebook.com/profile.php?id=1632620910354862&ref=finch_more
📲+91 9723 654 786
〰〰 ﺑِﺴْـــــــﻢِﷲِﺍﻟﺮَّﺣْﻤَﻦِﺍلرَّﺣِﻴﻢ 〰〰
🌴करू तेरे नाम पे जां फ़िदा🌴

♻Part~03

👉🏽आप رضي الله تعالي عنه की वालिदए माजिदा खाना ले आई मगर आप की एक ही सदा थी की शाहे खुशाल का क्या हाल है ? वालिदए मोहतरमा ने ला इल्मी का इज़हार किया तो आप ने फ़रमाया :
🔹उम्मे जमील (हज़रते उमर की बहन) से दरयाफ़्त कीजिये,

👉🏽आप رضي الله تعالي عنه की वालिदा अपने लखते जिगर की इस मज़लूमाना हालत में की गई बे ताबाना दर-ख्वास्त पूरी करने के लिये हज़रते उम्मे जमील के पास गई और सरवरे मासूम का हाल मालुम किया।

👉🏽वो भी ना मुसाइद हालत के सबब उस वक़्त अपना इस्लाम छुपाए हुए थी और चुकी उम्मुल खैर अभी तक मुसलमान न हुई थी लिहाज़ा अनजान बनते हुए फरमाने लगी : में क्या जानू कौन मुहम्मद ﷺ और कौन अबू बक्र رضي الله تعالي عنه । हा आओ के बेटे की हालत सुन कर रन्ज हुवा, अगर आप कहे तो में चल कर उन की हालत देखलु।

👉🏽उम्मुल खैर आप को अपन घर ले आई। उन्हों ने जब हज़रते सिद्दिके अक्बर رضي الله تعالي عنه की हालते ज़ार देखी तो बर्दाश्त न कर सकी, रोना शुरू कर दिया। हज़रते सिद्दिके अक्बर رضي الله تعالي عنه ने पूछा : मेरे आक़ा ﷺ की खैर खबर दीजिये।

📨Continue...

🖊हवाला
📚आशिके अक्बर, सफा 10
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
💐मुज़े अपनी और सारी दुनिया के लोगो के इस्लाह की कोशिश करनी है. إن شاء الله  عزوجل
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
📮Posted by:-👇🏿👇🏿

DEEN-E-NABI ﷺ
💻JOIN WHATS APP & FB PAGE...
📧 https://m.facebook.com/profile.php?id=1632620910354862&ref=finch_more
📲+91 9723 654 786
〰〰 ﺑِﺴْـــــــﻢِﷲِﺍﻟﺮَّﺣْﻤَﻦِﺍلرَّﺣِﻴﻢ 〰〰
🌴करू तेरे नाम पे जां फ़िदा🌴

♻Part~04

👉🏽हज़रते उम्मे जमील रदियल्लाहु अन्हा ने वालिदा की तरफ इशारा करते हुए तवज्जोह दिलाई। आप ने फ़रमाया इनसे खौफ न कीजिये, तब उन्हों ने अर्ज़ की : नबिय्ये रहमत अल्लाह की इनायत से बी खैरो आफिय्यत है और दारे अरक़म यानि हज़रते अरक़म के घर तशरीफ़ फ़रमा है।

👉🏽आप رضي الله تعالي عنه ने फ़रमाया खुदा की क़सम ! में उस वक़्त तक कोई चीज़ खाऊंगा न पियूंगा, जब तक शहंशाहे नुबुव्वत ﷺ की ज़ियारत की सआदत हासिल न करलु।

👉🏽चुनान्चे वालिदा रात के आखरी हिस्से में आप رضي الله تعالي عنه को ले कर हुज़ूर ताजदारे रिसालत ﷺ की खिदमते बा बरकत में दरे अरक़म हाज़िर हुई। आशिके अक्बर رضي الله تعالي عنه हुज़ूरे अनवर ﷺ से लिपट कर रोने लगे, आक़ाए गम गुसार और वहा मौजूद दीगर मुसलमानो पर भी गिर्या तारी हो गया की सिद्दिके अक्बर رضي الله تعالي عنه की हालते ज़ार देखि न जाती थी।

👉🏽फिर आप رضي الله تعالي عنه ने हुज़ूर ﷺ से अर्ज़ की :
ये मेरी वालिदा है आप इन के लिये हदायत की दुआ कीजिये और इन्हें दावते इस्लाम दीजिये। शाहे खैरुल अनाम ﷺ ने उन को इस्लाम की दावत दी, वो उसी वक़्त मुसलमान हो गई।

🖊हवाला
📚आशिके अक्बर, सफा 11
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
💐मुज़े अपनी और सारी दुनिया के लोगो के इस्लाह की कोशिश करनी है. إن شاء الله  عزوجل
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
📮Posted by:-👇🏿👇🏿

DEEN-E-NABI ﷺ
💻JOIN WHATS APP & FB PAGE...
📧 https://m.facebook.com/profile.php?id=1632620910354862&ref=finch_more
📲+91 9723 654 786
〰〰 ﺑِﺴْـــــــﻢِﷲِﺍﻟﺮَّﺣْﻤَﻦِﺍلرَّﺣِﻴﻢ 〰〰
🌹सात गुलाम खरीद कर आज़ाद किये

👉🏽अमीरुल मुअमिनीन हज़रते अबू बक्र सिद्दीक़ رضي الله تعالي عنه ने 7 गुलामो को खरीद कर उन को आज़ाद किया, इन सब गुलामो पर अल्लाह عزوجل की राह में ज़ुल्म तोडा जाता था और इन्ही सिद्दिके अक्बर رضي الله تعالي عنه के लिये ये आयत उतरी :

👉🏽और बहुत उस (दोज़ख) से दूर रखा जाएगा जो सब से बड़ा परहेज़ गार।
📗पारह 30

🖊हवाला
📒फतावा रज़विय्या, जी.28 स.509
📚आशिके अक्बर, सफा 13
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
💐मुज़े अपनी और सारी दुनिया के लोगो की इस्लाह की कोशिश करनी है. إن شاء الله  عزوجل
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
📮Posted by:-👇🏿👇🏿

DEEN-E-NABI ﷺ
💻JOIN WHATS APP & FB PAGE...
📧 https://m.facebook.com/profile.php?id=1632620910354862&ref=finch_more
📲+91 9723 654 786
〰〰 ﺑِﺴْـــــــﻢِﷲِﺍﻟﺮَّﺣْﻤَﻦِﺍلرَّﺣِﻴﻢ 〰〰
🌹3 चीज़े पसंद है🌹

🌾हज़रते सिद्दिके अक्बर رضي الله تعالي عنه फरमाते है मुझे 3 चीज़े पसंद है
👉🏽1 आप ﷺ के चेहरए पुर अन्वार का दीदार करते रहना।
👉🏽2 आप ﷺ पर अपना माल खर्च करना।
👉🏽3 आप ﷺ की बारगाह में हाज़िर रहना।
📒तफ़सीरे रुहुल बयान, जी.6 स.264

🌹तीनो आरज़ूए बर आई🌹

👉🏽अल्लाहु दावर ने हज़रते सिद्दिके अक्बर رضي الله تعالي عنه की ये तीनो ख्वाहिशे हुब्बे रसूले अन्वर ﷺ के सदके पूरी फ़रमा दी
1⃣आप رضي الله تعالي عنه को सफर व हज़र में रफ़ाक़ते हबीब नसीब रही, यहा तक की गारे सौर की तन्हाई में आप رضي الله تعالي عنه के सिवा कोई और ज़्यारत से मुशर्रफ होने वाला न था।
2⃣इसी तरह माली क़ुरबानी की सआदत इस कसरत से नसीब हुई की अपना सारा मालो सामान सरकारे दो जहा ﷺ के क़दमो पर क़ुर्बान कर दिया।
3⃣मज़ारे पुर अन्वार में भी अपनी दाइमी रफ़ाक़त व क़ुरबत इनायत फ़रमाई।

🖊हवाला
📚आशिके अक्बर, सफा 14
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
💐मुज़े अपनी और सारी दुनिया के लोगो की इस्लाह की कोशिश करनी है. إن شاء الله  عزوجل
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
📮Posted by:-👇🏿👇🏿

DEEN-E-NABI ﷺ
💻JOIN WHATS APP & FB PAGE...
📧 https://m.facebook.com/profile.php?id=1632620910354862&ref=finch_more
📲+91 9723 654 786
〰〰 ﺑِﺴْـــــــﻢِﷲِﺍﻟﺮَّﺣْﻤَﻦِﺍلرَّﺣِﻴﻢ 〰〰
🌹यारे गार का माली ईसार🌹

👉🏽गज़वए तबूक के मौके पर नबिय्ये करीम ﷺ ने अपनी उम्मत के मालदारों और दौलत मन्दो को हुक्म दिया की वो अल्लाहु रब्बुल इबाद के रस्ते में जिहाद के लिये माली इमदाद में बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले ताकि मुजाहिदीने इस्लाम के लिये खाने पिने और सुवारियो का इन्तिज़ाम किया जा सके।

🌴महबूबे रहमान ﷺ के इस फरमाने रग़बत निशान की तामील करते हुए जिस हस्ती ने राहे खुदा के लिये अपनी सारी दौलत बारगाहे रिसालत में पेश की वो सहाबी इब्ने सहाबी, आशिके अक्बर सिद्दिके अक्बर رضي الله تعالي عنه थे,

👉🏽आप رضي الله تعالي عنه ने घर का सारा मालो मता आक़ा के क़दमो में ढेर कर दिया। नबिय्ये मुख्तार ﷺ ने अपने यारे गार के इस ईसार को देख कर इस्तिफ़सार फ़रमाया :
👉🏽क्या अपने घर बार के लिये भी कुछ छोड़ा ?

👉🏽बसद अदबो एहतिराम अर्ज़ गुज़ार हुए :
उनके लिए में अल्लाह عزوجل और रसूल ﷺ को छोड़ आया हु।
(मतलब ये की मेरे और मेरे अहलो इयाल के लिये अल्लाह عزوجل व रसूल ﷺ काफी है)

🖊हवाला
📚आशिके अक्बर, सफा 16-17
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
💐मुज़े अपनी और सारी दुनिया के लोगो की इस्लाह की कोशिश करनी है. إن شاء الله  عزوجل
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
📮Posted by:-👇🏿👇🏿

DEEN-E-NABI ﷺ
💻JOIN WHATS APP & FB PAGE...
📧 https://m.facebook.com/profile.php?id=1632620910354862&ref=finch_more
📲+91 9723 654 786
〰〰 ﺑِﺴْـــــــﻢِﷲِﺍﻟﺮَّﺣْﻤَﻦِﺍلرَّﺣِﻴﻢ 〰〰
🌾सिद्दिके अक्बर की शान और क़ुरआन

🌾आला हज़रत अलैरहमा नक़ल फरमाते है :
👉🏽हज़रते इमाम फखरुद्दीन राज़ी अलैरहमा ने फ़रमाया की सूरए वल्लैल अबू बक्र رضي الله تعالي عنه की सूरह है और सूरए वद्दुहा मुहम्मद ﷺ की सूरह है।
तफ़सीरे कबीर

🌾आला हज़रत की तशरीह

👉🏽आला हज़रत अलैरहमा इस क़ौल मुबारक की तशरीह करते हुए फरमाते है :
👉🏽हज़रते सिद्दिके अक्बर رضي الله تعالي عنه की सूरह को "वल्लैल" का नाम देना और मुस्तफा जाने रहमत की सूरह का नाम "वद्दुहा" रखना गोया इस बात की तरफ इशारा है की नबी ﷺ सिद्दीक़ का नूर और उन की हिदायत और अल्लाह عزوجل की तरफ उन का वसीला जिन के ज़रिए अल्लाह عزوجل का फ़ज़्ल और उस की रिज़ा तलब की जाती है

👉🏽और सिद्दीक़ رضي الله تعالي عنه नबी ﷺ की राहत और उन के उन्स व सुकून और इत्मिनाने नफ़्स की वजह है और उन के महरमे राज़ और उन के ख़ास मुआमलात से वाबस्ता रहने वाले,

☝🏽इस लिये की अल्लाह عزوجل फ़रमाता है :
☝🏽और रात को पर्दा पॉश किया
📗पारह 30
और फ़रमाता है
☝🏽तुम्हारे लिये रात और दिन बनाए की रात में आराम करो और दिन में उस का फ़ज़्ल ढूंढो और इस लिये की तुम हक़ मनो
📗पारह 20

👆🏽और ये इस बात की तरफ इशारा है की दिन का निज़ाम इन दोनों (महबूबे रब्बे अक्बर व सिद्दीक़) से क़ाइम है जेसे की दुन्या का निज़ाम दिन रात से क़ाइम है तो अगर दूँ न हो तो कुछ नज़र न आए और रात न हो तो सुकून न हो।
📒फतावा रज़विय्या, जी.28 स.679-681

🖊हवाला
📚सिद्दिके अक्बर, सफा 18-19
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
💐मुज़े अपनी और सारी दुनिया के लोगो की इस्लाह की कोशिश करनी है. إن شاء الله  عزوجل
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
📮Posted by:-👇🏿👇🏿

DEEN-E-NABI ﷺ
💻JOIN WHATS APP & FB PAGE...
📧 https://m.facebook.com/profile.php?id=1632620910354862&ref=finch_more
📲+91 9723 654 786
〰〰 ﺑِﺴْـــــــﻢِﷲِﺍﻟﺮَّﺣْﻤَﻦِﺍلرَّﺣِﻴﻢ 〰〰
🕌मीम्बरे मुनव्वर के ज़ीने का एहतिराम

👉🏽तबरानी ने औसत में हज़रते इब्ने उमर رضي الله تعالي عنه के हवाले से बयान किया है कि

👉🏽ज़िन्दगी भर हज़रते सिद्दिके अक्बर رضي الله تعالي عنه मिम्बरे मुनव्वर पर उस जगह नहीं बैठे जहां हुज़ूर ﷺ तशरीफ़ फ़रमा होते थे,

👉🏽इसी तरह हज़रते उमर फारुके आज़म हज़रते सिद्दिके अक्बर की जगह और हसरते उष्माने गनी हज़रते उमर رضي الله تعالي عنه की जगह पर जब तक ज़िंदा रहे कभी नहीं बैठे।

🖊हवाला
📓तारीखुल खुल्फा, स.72
📚आशिके अक्बर, स. 19
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
💐मुज़े अपनी और सारी दुनिया के लोगो की इस्लाह की कोशिश करनी है. إن شاء الله  عزوجل
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
📮Posted by:-👇🏿👇🏿

DEEN-E-NABI ﷺ
💻JOIN WHATS APP & FB PAGE...
📧 https://m.facebook.com/profile.php?id=1632620910354862&ref=finch_more
📲+91 9723 654 786
〰〰 ﺑِﺴْـــــــﻢِﷲِﺍﻟﺮَّﺣْﻤَﻦِﺍلرَّﺣِﻴﻢ 〰〰
🌴सरकारे नामदार का यार🌴

♻Part~01

👉🏽जिस तरह हज़रते सिद्दिके अक्बर رضي الله تعالي عنه को महबूबे रब्बे अक्बर से बे पनाह इश्क़ो महब्बत थी, इसी तरह रसूले रहमत ﷺ भी सिद्दिके अक्बर رضي الله تعالي عنه से महब्बत व शफ़क़त फरमाते।

👉🏽आला हज़रत ने फतवा रज़विय्या में अहादिसे मुबारका जमा फ़रमाई जिन में रसूलुल्लाह ﷺ ने अपने प्यारे सिद्दिके अक्बर رضي الله تعالي عنه की शाने रिफअत निशान बयान फ़रमाई है, चुनान्चे 3 रिवायत मुलाहज़ा फरमाइये :

1⃣हिबरुल उम्मह (यानि उम्मत के बहुत बड़े आलिम) हज़रते अब्दुल्लाह बिन अब्बास رضي الله تعالي عنه से रिवायत है,
🌴हुज़ूर ﷺ और सहाबा एक तालाब में तशरीफ़ ले गए, हुज़ूर ﷺ ने इरशाद फ़रमाया :
👉🏽हर शख्स अपने यार की तरफ पैर (यानि तैरे)। सब ने ऐसा ही किया यहा तक की सिर्फ हुज़ूर ﷺ और अबू बक्र सिद्दीक़ رضي الله تعالي عنه की तरफ तैर के तशरीफ़ ले गए और उन्हें 👉🏽गले लगा कर फरमाया :
में किसी को खलील बनाता तो अबू बक्र رضي الله تعالي عنه को बनाता लेकिन वो मेरा यार है।

📨Continue...

🖊हवाला
📚आशिके अक्बर, सफा 20
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
💐मुज़े अपनी और सारी दुनिया के लोगो की इस्लाह की कोशिश करनी है. إن شاء الله  عزوجل
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
📮Posted by:-👇🏿👇🏿

DEEN-E-NABI ﷺ
💻JOIN WHATS APP & FB PAGE...
📧 https://m.facebook.com/profile.php?id=1632620910354862&ref=finch_more
📲+91 9723 654 786
〰〰 ﺑِﺴْـــــــﻢِﷲِﺍﻟﺮَّﺣْﻤَﻦِﺍلرَّﺣِﻴﻢ 〰〰
🌴सरकारे नामदार का यार🌴

🌴Part~02

🌾हज़रते जाबिर बिन अब्दुल्लाह رضي الله تعالي عنه से रिवायत है की हम खिदमते अक़दस ﷺ में हाज़िर थे, इरशाद फ़रमाया :
👉🏽इस वक़्त तुम पर वो शख्स चमकेगा की अल्लाह عزوجل ने मेरे बाद उसे से बेहतर व बुज़ुर्ग तर किसी को न बनाया और उस की शफ़ाअत, सफअते अम्बियाए किराम के मानिन्द होगी।

👉🏽हम हाज़िर ही थे की अबू बक्र सिद्दीक़ رضي الله تعالي عنه नज़र आए, सय्यीदे आलम ﷺ ने क़याम फरमाया (यानि खड़े हो गए) और सिद्दीक़ رضي الله تعالي عنه को प्यार किया और गले लगाया।

🖊हवाला
📘तारीखे बग़दाद, जी.3 स.340
📚आशिके अक्बर, स.20-21
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
💐मुज़े अपनी और सारी दुनिया के लोगो की इस्लाह की कोशिश करनी है. إن شاء الله  عزوجل
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
📮Posted by:-👇🏿👇🏿

DEEN-E-NABI ﷺ
💻JOIN WHATS APP & FB PAGE...
📧 https://m.facebook.com/profile.php?id=1632620910354862&ref=finch_more
📲+91 9723 654 786
〰〰 ﺑِﺴْـــــــﻢِﷲِﺍﻟﺮَّﺣْﻤَﻦِﺍلرَّﺣِﻴﻢ 〰〰
🌹सिद्दिके अक्बर ने इमामत फ़रमाई

🌾हज़रते अबू मूसा अशअरी رضي الله تعالي عنه से रिवायत है की, हुज़ूरे अक़दस ﷺ मरीज़ हुए और मरज़ ने गलबा किया तो फ़रमाया की
🌾अबू बक्र को हुक्म करो की नमाज़ पढ़ाए।
🌿आइशा सिद्दीक़ा ने अर्ज़ की : या रसूलुल्लाह ﷺ ! वो नर्म दिल आदमी है आप की जगह खड़े हो कर नमाज़ न पढ़ा सकेंगे।

🌾आप ने फ़रमाया : हुक्म दो अबू बक्र को की नमाज़ पढ़ाए।
🌿आइशा सिद्दीक़ा ने फिर वोही उज़्र पेश किया।
🌾हुज़ूर ﷺ ने फिर यही हुक्म ब ताकीद फ़रमाया और हज़रते अबू बक्र رضي الله تعالي عنه ने हुज़ूर ﷺ की हयाते मुबारका में नमाज़ पढ़ाई।

👉🏽उलमा फरमाते है की इस हदिष में इस पर बहुत वाजेह दलालत है की हज़रते सिद्दीक़ رضي الله تعالي عنه मुतलक़न तमाम सहाबा से अफज़ल और खिलाफत व इमामत के लिये सब से अहक़ व औला (यानि ज्यादा हक़दार और बेहतर) है।

🖊हवाला
📒तारीखुल खुल्फा, स.47-48
📚आशिके अक्बर, सफा 22-23
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
💐मुज़े अपनी और सारी दुनिया के लोगो की इस्लाह की कोशिश करनी है. إن شاء الله  عزوجل
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
📮Posted by:-👇🏿👇🏿

DEEN-E-NABI ﷺ
💻JOIN WHATS APP & FB PAGE...
📧 https://m.facebook.com/profile.php?id=1632620910354862&ref=finch_more
📲+91 9723 654 786
〰〰 ﺑِﺴْـــــــﻢِﷲِﺍﻟﺮَّﺣْﻤَﻦِﺍلرَّﺣِﻴﻢ 〰〰
🌾सिद्दिके अक्बर की अनोखी आरज़ू🌾

🌾हज़रते इमाम मुहम्मद बिन सिरिन अलैरहमा फरमाते है :
👉🏽जब हज़रते सिद्दिके अक्बर رضي الله تعالي عنه सरकार ﷺ के साथ गार की तरफ जा रहे थे तो आप कभी सरकार के आगे चलते और कभी पीछे।

🌴हुज़ूर ﷺ ने पूछा :
ऐसा क्यू करते हो ?

👉🏽अर्ज़ की : जब मुझे तलाश करने वालो का ख्याल आता है तो में आप के पीछे चलता हु और जब घात में बैठे दुश्मनो का ख्याल आता है तो आगे आगे चलने लगता हु, ऐसा न हो की आप को कोई तकलीफ पहुचे।

🌴प्यारे आक़ा ﷺ ने इरशाद फ़रमाया :
क्या तुम खतरे की सूरत में मेरे आगे मरना पसंद करते हो ?
अर्ज़ की : रब्बे ज़ुल जलाल की क़सम ! मेरी ये आरज़ू है।

🖊हवाला
📘दलाइलुन नुबूव्वत लील-बहक़ी, जी.2 स.476
📚आशिके अक्बर, सफा 30-31
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
💐मुज़े अपनी और सारी दुनिया के लोगो की इस्लाह की कोशिश करनी है. إن شاء الله  عزوجل
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
📮Posted by:-👇🏿👇🏿

DEEN-E-NABI ﷺ
💻JOIN WHATS APP & FB PAGE...
📧 https://m.facebook.com/profile.php?id=1632620910354862&ref=finch_more
📲+91 9723 654 786
〰〰 ﺑِﺴْـــــــﻢِﷲِﺍﻟﺮَّﺣْﻤَﻦِﺍلرَّﺣِﻴﻢ 〰〰
☝🏽सफ़रे आख़िरत में मुवा-फ़क़त☝🏽

🌾मुफ़्ती अहमद यार खान अलैरहमा फरमाते है :
🌴हुज़ूर ﷺ की वफ़ात ज़हर के लौट आने से हुई। इसी तरह हज़रते सिद्दिके رضي الله تعالي عنه की वफ़ात उस वक़्त साँप का ज़हर लौट आने से हुई, जिस ने हिजरत की रात गार मर आप को डसा था।

🌾हज़रते सिद्दिक رضي الله تعالي عنه को फना फिररसुल का वो दर्जा हासिल है कि आप की वफ़ात भी हुज़ूरे अन्वर ﷺ की वफ़ात का नमूना है, पिर के दिन में हुज़ूर ﷺ कि वफ़ात और पिर का दिन गुज़र कर शब् में हज़रते सिद्दीक़ رضي الله تعالي عنه की वफ़ात।

🌴हुज़ूर ﷺ की वफ़ात के दिन शब् को चराग में तेल न था, हज़रते सिद्दीक़ رضي الله تعالي عنه की वफ़ात के वक़्त घर में कफ़न के लिये पैसे न थे। ये है फना।

🖊हवाला
📚आशिके अक्बर, सफा 32
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
💐मुज़े अपनी और सारी दुनिया के लोगो की इस्लाह की कोशिश करनी है. إن شاء الله  عزوجل
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
📮Posted by:-👇🏿👇🏿

DEEN-E-NABI ﷺ
💻JOIN WHATS APP & FB PAGE...
📧 https://m.facebook.com/profile.php?id=1632620910354862&ref=finch_more
📲+91 9723 654 786
〰〰 ﺑِﺴْـــــــﻢِﷲِﺍﻟﺮَّﺣْﻤَﻦِﺍلرَّﺣِﻴﻢ 〰〰
☝🏽सिद्दिके अक्बर की वफ़ात का सबब गमे मुस्तफा था

👉🏽अमीरुल मुअमिनीन हज़रते अबू बक्र सिद्दीक़ رضي الله تعالي عنه इश्क़े रसूले बा कमाल व बे मिसाल की दौलते ला ज़वाल से किस क़दर मालामाल थे, आप के शबो रोज़ के अहवाल, बीबी आमिना के लाल के इश्के बे मिसाल का कामिल तरीन इज़्हार है।

👉🏽उम्मी नबी ﷺ के विसाले ज़ाहिरी के बाद आप की मुबारक ज़िन्दगी में सन्जि-दगी ज़्यादा ग़ालिब आ गई और तकरीबन 2 साल 7 माह पर मुश्तमिल अपनी बकिय्या ज़िन्दगी के दिन रात गुज़ारना इंतिहाई दुशवार हो गया और आप यादे सरकारे नामदार ﷺ में बे क़रार रहने लगे,

👉🏽चुनान्चे हज़रते इमाम जलालुद्दीन सुयूती साफेई अलैरहमा नक़ल करते है : हज़रते अब्दुल्लाह बिन उमर رضي الله تعالي عنه फरमाते है :
हज़रते सिद्दिके अक्बर رضي الله تعالي عنه की वफ़ात का असल सबब सरवरे काएनात ﷺ की ज़ाहिरी वफ़ात था की इस सदमे से आप का मुबारक बदन घुलने लगा और येही वफ़ात का बाइस बना।

🖊हवाला
📒तारीखुल खुल्फा स.62
📚आशिके अक्बर, सफा 37-38
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
💐मुज़े अपनी और सारी दुनिया के लोगो की इस्लाह की कोशिश करनी है. إن شاء الله  عزوجل
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
📮Posted by:-👇🏿👇🏿

DEEN-E-NABI ﷺ
💻JOIN WHATS APP & FB PAGE...
📧 https://m.facebook.com/profile.php?id=1632620910354862&ref=finch_more
📲+91 9723 654 786
〰〰 ﺑِﺴْـــــــﻢِﷲِﺍﻟﺮَّﺣْﻤَﻦِﺍلرَّﺣِﻴﻢ 〰〰
🌴या रसूलल्लाह ! अबू बक्र हाज़िर है

👉🏽विसाले ज़ाहिरी से क़ब्ल फ़ैज़याबे गैज़ाने नुबुव्वत, सुद्दीके अक्बर رضي الله تعالي عنه ने वसिय्यत फ़रमाई की मेरे जनाज़े को शाहे बहरो बर के रौज़ए अन्वर के पाक दर के सामने ला कर रख देना और "अस्सलामु अलैक या रसूलल्लाह ﷺ " कह कर अर्ज़ करना :
🌴या रसूलल्लाह ﷺ ! अबू बक्र رضي الله تعالي عنه आस्तानए आलिया पर हाज़िर है।

👉🏽अगर दरवाज़ा खुद ब खुद खुल जाए तो अंदर ले जाना वरना जन्नतुल बक़ीअ में दफन कर देना।

👉🏽जनाज़ए मुबारका को हस्बे वसिय्यत जब रौज़ए अक़दस के सामने रखा गया और अर्ज़ किया गया "अस्सलामु अलैक या रसूलल्लाह" अबू बक्र हाज़िर है।

👉🏽ये अर्ज़ करते ही दरवाज़े का टाला खुद ब खुद खुल गया और आवाज़ आने लगी
🌹महबूब को महबूब से मिला दो कि महबूब को महबूब का इश्तयाक़ है।

📨Continue...

🖊हवाला
📕तफ़सीरे कबीर, जी.1 स.167
📚आशिके अक्बर, सफा 42
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
💐मुज़े अपनी और सारी दुनिया के लोगो की इस्लाह की कोशिश करनी है. إن شاء الله  عزوجل
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
📮Posted by:-👇🏿👇🏿

DEEN-E-NABI ﷺ
💻JOIN WHATS APP & FB PAGE...
📧 https://m.facebook.com/profile.php?id=1632620910354862&ref=finch_more
📲+91 9723 654 786
〰〰 ﺑِﺴْـــــــﻢِﷲِﺍﻟﺮَّﺣْﻤَﻦِﺍلرَّﺣِﻴﻢ 〰〰
☝🏽सिद्दिके अक्बर हयातुन्नबी के क़ाइल थे

💐मीठे और प्यारे इस्लामी भाइयो ! गौर करे !
👉🏽अगर हज़रते अबू बक्र सिद्दीक़ رضي الله تعالي عنه रसूलुल्लाह ﷺ को ज़िंदा न जानते तो हरगिज़ ऐसी वसिय्यत न फरमाते की रौज़ए अक़दस ﷺ के सामने मेरा जनाज़ा रख कर नबिय्ये रहमत ﷺ से इजाज़त तलब की जाए।

👉🏽हज़रते अबू बक्र सिद्दीक़ رضي الله تعالي عنه ने वसिय्यत की और सहाबए किराम ने इसे अमली जामा पहनाया, जिस से साबित होता है की हज़रते सिद्दिके अक्बर رضي الله تعالي عنه और तमाम सहाबए किराम का ये अक़ीदा था की महबूबे परवर्द गार बाद विसाल भी क़ब्रे अन्वर में ज़िंदा व हयात और साहिबे तसर्रुफात व इख्तियारात है। अल्हम्दु लिल्लाह अज़-वजल !

🌹तू ज़िंदा है वल्लाह तू ज़िंदा है वल्लाह
🌹मेरे चश्मे आलम से छुप जाने वाले

🖊हवाला
📚आशिके अक्बर, सफा 42-43
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
💐मुज़े अपनी और सारी दुनिया के लोगो की इस्लाह की कोशिश करनी है. إن شاء الله  عزوجل
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
📮Posted by:-👇🏿👇🏿

DEEN-E-NABI ﷺ
💻JOIN WHATS APP & FB PAGE...
📧 https://m.facebook.com/profile.php?id=1632620910354862&ref=finch_more
📲+91 9723 654 786
〰〰 ﺑِﺴْـــــــﻢِﷲِﺍﻟﺮَّﺣْﻤَﻦِﺍلرَّﺣِﻴﻢ 〰〰
✔हयातुल अम्बिया

☝🏽अल्हम्दु लिल्लाह !
ब अताए रब्बुल अनाम तमाम अम्बियाए किराम ज़िन्दा है।

👉🏽चुनान्चे "इब्ने माजह" की हदिष में है :
बेशक अल्लाह ने हराम किया है ज़मीन पर कि अम्बिया के जिस्मो को खराब करे तो अल्लाह के नबी ज़िन्दा है, रोज़ी दिये जाते है।
📗सुनन इब्ने माजह, जी.2 स.291 हदिष:1637

👉🏽एक और हदिष में है :
अम्बिया हयात है और अपनी अपनी क़ब्रो में नमाज़ पढ़ते है।

🖊हवाला
📚आशिके अक्बर, सफा  43-44
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
💐मुज़े अपनी और सारी दुनिया के लोगो की इस्लाह की कोशिश करनी है. إن شاء الله  عزوجل
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
📮Posted by:-👇🏿👇🏿

DEEN-E-NABI ﷺ
💻JOIN WHATS APP & FB PAGE...
📧 https://m.facebook.com/profile.php?id=1632620910354862&ref=finch_more
📲+91 9723 654 786






No comments:

Post a Comment