Pages

Tuesday 13 February 2018

*खास बात*

*खास बात*
بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ
     रिज़्क़ में बरकत के तालिब को चाहिये कि वो पिछली पोस्टो में जो तंगदस्ती के अस्बाब बयान किये गए उस पर नज़र रखते हुए इन से नजात की हर मुमकिन सूरत में कोशिश करे ये भी मालुम हुवा कि कसरते गुनाह के सबब रिज़्क़ में बरकत खत्म हो जाती है, लिहाज़ा गुनाहों से हर सूरत बचने की कोशिश करे कि गुनाह, कसीर आफतों बलिय्यात के नुज़ूल का सबब भी होते है।

*लमहाए फ़िक्रिय्या*
     अमीरे अहले सुन्नत फ़रमाते है कि कोई अपने किरदार से ज़ाहिर करे कि में नमाज़ें भी क़ज़ा करूँ और इस की नुहुसत के असरात से भी महफूज़ रहूँ, खाते पीते वक़्त बिस्मिल्लाह न पढ़ कर शैतान को भी शामिल रखूं और रिज़्क़ में बरकत की ख्वाहिश भी करूँ। खरीदो फरोख्त के वक़्त हलालो हराम की तमीज़ भी न रखूं और रिज़्क़ में कुशादगी का तालिब भी रहूँ तो आप खुद फैसला फरमाएं! ये किस तरह मुमकिन है कि आग में हाथ डालने वाले का हाथ न जले।
*✍🏼तंगदस्ती के अस्बाब और उन का हल* 13
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
*​DEEN-E-NABI ﷺ*
📲JOIN WHATSAPP
📱+91 95580 29197
📧facebook.com/deenenabi
📧Deen-e-nabi.blogspot.in
📧https://www.youtube.com/channel/UCuJJA1HaLBLMHS6Ia7GayiA

No comments:

Post a Comment