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Friday 30 December 2016

*​​फैज़ाने आइशा सिद्दीक़ा​​​​​* #11
*_आइशा सिद्दीक़ा की इल्मी शानो शौकत_* #02
*بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ*
*اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ*

*_इल्मे आइशा के मुतअल्लिक़ 5 फरामिने मुबारका_*
     1. हज़रते उर्वहرضي الله تعالي عنه फरमाते है : मेने हज़रते आइशा सिद्दीक़ाرضي الله تعالي عنها से बढ़ कर शे'र, तिब और फिक़्ह का आलिम किसी को नही पाया।

     2. हज़रते उर्वहرضي الله تعالي عنه से मरवी एक और रिवायत में तो मज़कूरा उलूम समेत दीगर उलूम का भी तज़किरा है, मेने लोगो में सिद्दीक़ा बिन्ते सिद्दीक़رضي الله تعالي عنها से बढ़ कर किसी को क़ुरआन, मीरास, हलाल व हराम, शे'र, अक़्वाले अरब और नसब का आलिम नही देखा।

     3. मसहूर हदीस व ताबेइ इमाम शहाबुद्दीन जोहरी अलैरहमा रिवायत करते है की नबिय्ये करीमﷺ का इरशाद है : इस उम्मत की तमाम औरतो ब शुमुल अज़्वाजे नबी के इल्म को अगर जमा कर लिया जाए तो आइशा का इल्म उन सब के इल्म से ज़्यादा होगा।

     4. हज़रते अमीरे मुआवियाرضي الله تعالي عنه ने फ़रमाया : अल्लाह की क़सम ! हज़रते आइशाرضي الله تعالي عنها से बढ़ कर में ने किसी भी खतीब को बलीग़ व ज़हीन नही देखा।

     5. हज़रते मूसा बिन तल्हाرضي الله تعالي عنه फरमाते है : मेने हज़रते आइशाرضي الله تعالي عنها से बढ़ कर किसी को फसीह व बलीग़ नही देखा।
*✍🏽फैज़ाने आइशा सिद्दीक़ा, 31*
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