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Wednesday 26 December 2018

तरावीह का बयान* #02

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بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْـمٰـنِ الرَّحِـيْـمِ

اَلصَّــلٰـوةُ وَالسَّــلَامُ  عَــلَـيْـكَ يَا رَسُــوْلَ اللّٰه ﷺ

     *सुवाल* - तरावीह की कितनी रक्अते हैं ? 

     *जवाब* - तरावीह की 20 रकअते हैं। अमीरुल मोमिनीन हज़रते उमर फारूके आज़म رضي الله عنه के अदे मुबारक में 20 रक्अतें ही पढ़ी जाती थीं। 


     *सुवाल* - नमाजे तरावीह का हुक्म बयान करें ? 

     *जवाब* - हर आकिल व बालिग मुसलमान पर तरावीह पढ़ना सुन्नते मुअक्कदा है और इसे छोड़ना जाइज़ नहीं. 


     *सुवाल* - तरावीह में पूरा कुरआने मजीद पढ़ने या सुनने की शरई हैसियत क्या है ?

     *जवाब* - तरावीह में पूरा कलामुल्लाह शरीफ़ पढ़ना और सुनना सुन्नते मुअक़्क़दा है। 

*✍️दिलचस्प मालूमात* 70

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मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से, 

गर होजाए यक़ीन के.....

*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*

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