بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ
हज़रते रबीआ अस्लमी रदिअल्लाहो तआला अन्हो भी शबो रोज़ आप ﷺ की ख़िदमत में मसरूफ़ रहते। जब आप ﷺ ईशा की नमाज़ से फ़ारिग़ हो कर दौलत सराए अक़दस में तशरीफ़ ले जाते तो वोह दरवाज़े पर बैठ जाते की मबादा आप ﷺ को कोई ज़रूरत पेश आ जाए।
एक बार आप ﷺ ने उन को निकाह करने का मशवरा दिया। बोले: येह ताल्लुक़ आप ﷺ की ख़िदमत गुजारी में ख़लल अंदाज़ होगा जिस को मैं पसन्द नहीं करता। लेकिन आप ﷺ के बार बार के इस्रार से शादी करने पर रिज़ा मन्द हो गए।
बाक़ी अगली पोस्ट में..ان شاء الله
*✍🏼सहाबएकिराम का इश्के रसूलﷺ* पेज 188
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
*DEEN-E-NABI ﷺ*
📲JOIN WHATSAPP
📱+91 9033503799
📧facebook.com/deenenabi
📧Deen-e-nabi.blogspot.in
▶https://www.youtube.com/channel/UCuJJA1HaLBLMHS6Ia7GayiA
No comments:
Post a Comment