Pages

Thursday 16 August 2018

फरिश्तों की सदाएं*


بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْـمٰـنِ الرَّحِـيْـمِ

اَلصَّــلٰـوةُ وَالسَّــلَامُ  عَــلَـيْـكَ يَا رَسُــوْلَ اللّٰه ﷺ

     हुज़ूर ﷺ ने फरमाया: जब आदमी पर नज़ा का आलम तारी होता है तो अल्लाह उस की तरफ 5 फ़रिश्ते भेजता है।

     पहला फरिश्ता उस वक़्त आता है जब उस की रूह हलक़ तक पहुंचती है। वो फरिश्ता हुसे पुकार कर कहता है: ए इब्ने आदम! तेरा ताक़त वर बदन कहा गया? आज ये कितना कमज़ोर है? तेरी फहसी ज़बान कहाँ गई? आज ये कितनी खामोश है, तेरे घर वाले और अज़ीज़ों अकरिबा कहाँ गए? तुझे किसने तन्हा कर दिया?

     फिर जब उसकी रूह क़ब्ज़ कर ली जाती है और कफ़न पहना दिया जाता है तो दूसरा फरिश्ता उसके पास आता है और उसे पुकार कर कहता है: ए इब्ने आदम! तूने तंगदस्ती के खौफ से जो माल व असबाब जमा किया था वो कहा गया? तूने तबाही से बचने के लिये जो घर बनाए थे वो कहा गए? तूने तन्हाई से बचने के लिये जो उन्स तैयार किया था वो कहा गया?

     फिर जब उसका जनाज़ा उठाया जाता है तो तीसरा फरिश्ता कहता है: आज तू एक ऐसे लंबे सफर पर रवां दवां है जिससे लम्बा सफर तूने आज से पहले कभी तै नहीं किया, आज तू ऐसी क़ौम से मिलेगा की आज से पहले उस से कभी नहीं मिला, आज तुझे ऐसे तंग मकान में दाखिल किया जाएगा कि आज से पहले कभी ऐसी तंग जगह में दाखिल न हुवा था, अगर तू अल्लाह की रिज़ा पाने में कामयाब हो गया तो ये तेरी खुश बख्ति है और अगर अल्लाह तुझसे नाराज़ हुवा तो ये तेरी बद बख्ति है।

     फिर जब उसे लहद में उतार दिया जाता है तो चौथा फरिश्ता कहता है: कल तक तू ज़मीन की पीठ पर चलता था और आज तू इसके अंदर लेटा हुवा है, कल तक तू इसकी पीठ पर हंसता था और आज तू इसके अंदर रो रहा है, कल तक तू इसकी पीठ पर गुनाह करता था और आज तू इसके अंदर नादिम व शर्मिंदा है।

     फिर जब उसकी क़ब्र पर मिट्टी दाल दी जाती है और उसके अहलो इयाल, दोस्त व अहबाब उसे छोड़ कर चले जाते है तो पांचवां फरिश्ता कहता है: वो लोग तुझे दफन कर के चले गए, अगर वो तेरे पास ठहर भी जाते तो तुझे कोई फायदा न पहुंचा सकते, तूने माल जमा किया और उसे गैरों के लिये छोड़ दिया आज या तो तुझे जन्नत के आली बाग़ात की तरफ फेरा जाएगा या भड़कने वाली आग में दाखिल किया जाएगा।

*✍️आंसुओं का दरिया* 103

●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●

मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से, 

गर होजाए यक़ीन के.....

*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*

●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●

*​DEEN-E-NABI ﷺ*

📲JOIN WHATSAPP

*(बहनों के लिये अलग ग्रुप)*

📱+91 95580 29197

📧facebook.com/deenenabi

📧Deen-e-nabi.blogspot.in

📧https://www.youtube.com/channel/UCuJJA1HaLBLMHS6Ia7GayiA

No comments:

Post a Comment