Pages

Wednesday 4 July 2018

*तज़किरतुल अम्बिया* #179


بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ
*दो क़ैदियों का युसूफ عليه السلام को ख्वाब की ताबीर पूछना*
     ख्वाब देखने वाले दो नौजवान बादशाह रियान बिन वलीद के गुलाम थे। एक उसको मशरूबात पिलाने पर मुक़र्रर था और दूसरा रोटियां पकाने पर। इन दोनों पर इल्ज़ाम यह था कि बादशाह को ज़हर खिलाना चाहते हैं। मशरूबात पिलाने वाले का नाम अबरुहा या यूना था और रोटियां पकाने वाले का नाम गालिब या मखलिब था। इन दोनों को इस इल्ज़ाम की वजह से क़ैदख़ाने में भेज दिया गया था।
     एक ने अपना ख्वाब बयान किया कि मैने अंगूर की एक बहुत खूबसूरत बेल देखी है जिसकी तीन शाखे है और उन पर अंगूर के गुच्छे लगे हुए हैं में उन्हें निचोड़कर पिला रहा हूँ।
     दूसरे ने बयान किया कि मैने देखा कि में बादशाह के बावर्ची खाने से निकल रहा हूँ और मेरे सर पर तीन टोकरियाँ रोटियों की है जिनके ऊपर से परिंदे कहा रहे हैं।
     एक क़ौल यह ही क़ैदख़ाने में जब आप عليه السلام ने बताया कि में ख्वाब की ताबीरें जानता हूँ तो उन दोनों ने एक दूसरे को कहा कि इस गुलाम की आज़माइश करनी चाहिये हम अपनी तरफ से खुद ही ख्वाब बनाकर उस पर पेश करे, उन्होंने ऐसा ही किया अगरचे उन्होंने कोई ख्वाब नही देखा था खुद ही बना करके सवाल किया।

*युसूफ عليه السلام का ताबीर बयान करना*
     ऐ क़ैदख़ाने के साथियों! तुम में से एक तो आने बादशाह को शराब पिलायेगा ओर दूसरा सूली दिया जायेगा तो परिंदे उसका सर खायेंगे। हुक्म हो चुका है इस बात को जिसका तुम सवाल करते थे।
    अपने जब यह ताबीर बयान की तो वो कहने लगे, हमने कोई ख्वाब न देखा था आपने फ़रमाया हुक्म हो चुका है इस बात का जो तुम सवाल करते थे।
     बेशक जो ताबीर आपने बयान फ़रमाई उसको यक़ीनन वाकेय होना ही था। क्योंकि आपने ताबीर बताने से पहले ही फ़रमाया दिया था में तुम्हे तुम्हारा खाना आने से पहले ख्वाब की ताबीर बता दूंगा क्योंकि मेरे रब ने मुझे इल्म दिया है।
      आपने उन्हें बताया कि अल्लाह ने मुझे कसीर उलूम अता फ़रमाई है यह जो तुमने सुना है यह तो बारिश का एक क़तरा है, बाग के फूलों में से एक काली।
*✍तज़किरतुल अम्बिया*
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
*​DEEN-E-NABI ﷺ*
📲JOIN WHATSAPP
*(बहनो के लिये अलग ग्रुप)*
📱+91 95580 29197
📧facebook.com/deenenabi
📧Deen-e-nabi.blogspot.in
📧https://www.youtube.com/channel/UCuJJA1HaLBLMHS6Ia7GayiA

No comments:

Post a Comment