بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ
*युसूफ عليه السلام बादशाह के ख्वाब की ताबीर बयान करते हैं*
आप عليه السلام ने फरमाया की तुम काश्त करोगे सात साल तक लगातार तो जो तुम काटोगे उसे रहने दो बालियों में, मगर थोड़ा सा (ज़रूरत के लिये निकाल लो) जिसे तुम खा लो। फिर आयेंगे इस के बाद 7 साल बहुत सख्त, खा जायेंगे जो ज़खीरा तुमने पहले जमा कर रखा होगा उनके लिये थोड़ा सा जो तुम महफूज़ कर लोगे। फिर आयेगा इस अर्सा बाद एक साल जिसमे बारिश बरसाई जायेगी लोगों के लिये ओर उस साल वह (फलों का) रस निकलेंगे।
आप عليه السلام ने फरमाया 7 साल गल्ला तुम्हे आम दस्तूर के मुताबिक़ हासिल होगा फिर 7 साल क़हत होगा बारिश नहीं होगी यह क़हत वाले साल पहले सालो के जमा शुदा गल्ला को खत्म कर देंगे इसके बाद फिर एक साल खुशहाली का दौर दौरा होगा बारिशे कसीर होंगे जिनकी वजह से अंगूर , ज़ैतून, गन्ने ओर तिल वगैरह की कसीर पैदावार होगी जिनसे तुम रस निकालोगे ओर बाज़ से तेल निकालोगे।
आप ने ख्वाब की ताबीर बयान की ओर साथ साथ उसके लिये एहतियाती तदाबीर भी बयान की, कि पहले 7 सालो के पैदा होने वाले गल्ले को बे दरेग इस्तेमाल न करना सिर्फ इतना गल्ला साफ करना यानी भूसा ओर दानों को इतनी मिक़दार में अलग करना जिससे तुम्हारी ज़रूरियात पूरी हो सकें बाक़ी गल्ला बालियों में ही रहने देना, इससे खर्च में एहतियात होगी और दाने कीड़े मकोड़े से भी महफूज़ रहेगा।
*✍तज़किरतुल अम्बिया* 144
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मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
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Friday 6 July 2018
*तज़किरतुल अम्बिया* #181
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