*हज़रत हुजैफा रदिअल्लाहो तआला अन्हो की महब्बत और फिदाइय्यत:* # 31
بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْم
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ
हज़रत हुजैफा रदिअल्लाहो तआला अन्हो फ़रमाते हैं कि ग़ज़वए खन्दक में हमारी एक तरफ तो मक्का के काफिरों और उन के साथ दूसरे काफिरों के बहुत से गिरोह जो हम पर चढ़ाई करने आए थे और हमले के लिये तैयार थे, और दूसरी तरफ खुद मदीनए मुनव्वरा में बनू क़ुरैज़ा के यहूद हमारी दुश्मनी पर तुले हुवे थे जिन से हर वक्त अन्देशा था कि कहीं मदीने को खाली देख कर वोह हमारे अहलो इयाल को बिल्कुल खत्म न कर दें। हम लोग मदीनए मुनव्वरा से बाहर लड़ाई के सिलसिले में पड़े हुवे थे, मुनाफिकों की जमाअत घर के तन्हा और खाली होने का बहाना कर के इजाज़त ले कर अपने घरों को वापस जा रही थी और हुज़ूरे अक़दस ﷺ हर इजाज़त मांगने वाले को इजाज़त मर्हमत फरमा देते थे।
और इस दौरान में एक रात आंधी इस कदर शिद्दत से आई कि न इससे पहले कभी आई न इस के बाद। अंधेरा इस क़दर ज़ियादा कि आदमी को पास वाला आदमी तो क्या अपना हाथ भी नज़र नहीं आता था और हवा इतनी सख़्त कि उसका शोर बिजली की तरह गरज रहा था।
बाक़ी अगली पोस्ट में..ان شاء الله
*✍🏼सहाबएकिराम का इश्के रसूलﷺ* पेज 103
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
*DEEN-E-NABI ﷺ*
📲JOIN WHATSAPP
📱+91 9033503799
📧facebook.com/deenenabi
📧Deen-e-nabi.blogspot.in
▶https://www.youtube.com/channel/UCuJJA1HaLBLMHS6Ia7GayiA
मिट जाए गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से, गर होजाये यक़ीन के.. अल्लाह सबसे बड़ा है..अल्लाह देख रहा है..
Pages
- Home
- अब्लाक़ घोड़े सुवार
- नमाज़ के अहकाम
- परदे की फरज़िय्यत
- बुग्ज़ व किना
- परदे की फरज़िय्यत
- मेराज के वाक़ीआत
- मुर्दे की बेबसी
- रमज़ान की बहारे
- अच्छे बुरे अ'मल
- आशिके अक्बर
- आसान नेकियां
- आक़ा का महीना
- वेलेन्टाइन डे क़ुरआनो हदिष की रौशनी में
- तौबा की रिवायत व हिक़ायत
- तर्के जमाअत की वईद
- रजब की बहारे
- हयाते गौसुल आलम महबूबे यजदानी सैयद सुल्तान मखदूम अ...
- गौसे पाक का बचपन
- गौषे पाक के हालात
- फातिहा और इसाले षवाब का तरीका
- बीमार आबिद
- बेनमाज़ी का अंजाम
- अश्को की बरसात
- अनमोल हिरे
- अल-हक़्क़ुल मुबीन
- सिरते मुस्तफा 1
- सिरते मुस्तफा 2
- बरकाते ज़कात
- बद गुमानी
- क़ब्र में आनेवाला दोस्त
- तर्जमए कन्ज़ुल ईमान व तफ़सीरे खज़ाइनुल इरफ़ान
- मदनी पंजसुरह
- सवानहे कर्बला
- शाने खातुने जन्नत
- गुस्से का इलाज
- गफलत
- फुतूह अल ग़ैब
- फ़ारुके आज़म का इश्के रसूल
- फैज़ाने सिद्दिके अकबर
- फैज़ाने खादीजतुल कुब्रा
- फैज़ाने फ़ारुके आज़म
- फैज़ाने आइशा सिद्दीक़ा
- मिलाद शरीफ
- जायज़-नाजायज़ की कसौटी और 11वी शरीफ
- तज़किरए इमाम अहमद रज़ा
- प्यारी बाते
Sunday 13 May 2018
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment