بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ
अचानक मेरी निगाह हुज़ूरे अकरम ﷺ पर पड़ गई तो बे मसर्रत हुई और मैं ने समज़ा कि अल्लाह ने मलाइका के ज़रिए अपने महबूब ﷺ की हिफाज़त की। मैं हुज़ूर ﷺ के पास जा कर खड़ा हुवा। हुज़ूर ﷺ ने फ़रमाया: अली! इनको रोको। मैं ने तन्हा उस जमाअत का मुक़ाबला किया और उन के मुंह फेर दिये और बा'ज़ों को कत्ल किया इस के बाद फिर एक और जमाअत हुज़ूर ﷺ पर हमले के लिये बढ़ी, आप ﷺ ने फिर हज़रते अली रदिअल्लाहो तआला अन्हो की तरफ इशारा किया उन्होंने फिर तन्हा उस जमाअत का मुक़ाबला किया।
इस के बाद हज़रते जिब्रईल अलैहिस्सलाम ने आ कर हज़रते अली रदिअल्लाहो तआला अन्हो की इस जवां मर्दी की तारीफ की तो हुज़ूर ﷺ ने फ़रमाया: बेशक अली मुझसे है और मैं अली से हूं, या'नी कमाले इत्तिहाद की तरफ़ इशारा फ़रमाया तो हज़रते जिब्रईल अलैहिस्सलाम ने अर्ज़ किया: और मैं तुम दोनों से हूं।
बाक़ी अगली पोस्ट में..ان شاء الله
*✍🏼सहाबएकिराम का इश्के रसूलﷺ* पेज 150,151
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मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
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मिट जाए गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से, गर होजाये यक़ीन के.. अल्लाह सबसे बड़ा है..अल्लाह देख रहा है..
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Saturday 7 July 2018
*मारिकाए उहुद में सहाबा की जां निषारी* : #2
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