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Saturday 15 July 2017

*इमामे के फ़ज़ाइल* #01
بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ

     इमामा शरीफ हमारे प्यारे आक़ा صلى الله عليه وسلم की बहुत ही प्यारी सुन्नत है। आप ने हमेशा सरे अक़दस पर अपनी मुबारक टोपी पर इमामा मुबारक को सजा कर रखा।

*_ताजदारे मदीना के इर्शादात_*
★ इमामे के साथ दो रकअत बगैर इमामा की 70 रकअतो से अफ़्ज़ल है।
★ इमामा के साथ नमाज़ 10 हज़ार नेकियों के बराबर है।
★ बेशक अल्लाह और उसके फ़रिश्ते दुरुद भेजते है जुमुआ के दिन इमामा वालो पर।
★ टोपी पर इमामा और मुशरिकीन का फ़र्क़ है, हर पेच पर की मुसलमान अपने सर पर देगा इस पर रोज़े क़यामत एक नूर अता किया जाएगा।
★ इमामा बंधो तुम्हारा हिल्म बढ़ेगा।
★ इमामा मुसलमानो का वक़ार और अरब की इज़्ज़त है तो जब अरब इमामा उतार देंगे अपनी इज़्ज़त उतार देंगे।
★ आप صلى الله عليه وسلم ने इमामा की तरफ इशारा कर के फ़रमाया : फरिश्तों के ताज ऐसे ही होते है।
★ इमामा के साथ एक जुमुआ बगैर इमामा के 70 जुमुआ के बराबर है।

बाक़ी अगली पोस्ट में..أن شاء الله
*✍🏼सुन्नते और आदाब, 111*

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मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
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