*शबे में'राज के मुशाहदात* #04
بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ
*बुलन्दो बाला महल्लात*
मरवी है कि जन्नत में आप ﷺ ने चन्द बुलन्दो बाला महल्लात मुलाहज़ा फरमाए जिनके बारे में पूछने पर जिब्राइल ने अर्ज़ किया कि "ये गुस्सा पिने वालो और लोगो से अफ्वो दर गुज़र करने वालों के लिये है" और अल्लाह एहसान करने वालों को पसन्द फ़रमाता है।
मीठे मीठे इस्लामी भाइयो! गुस्सा गैर इख्तियारी शै है, ये नफ़्स के उस जोश को कहते है जो बदला लेने पर उभारता है और इससे सीने में इन्तेक़ाम की आग भड़क उठती है। ऐसे मो जो शख्स अपने आप को क़ाबू में रखे और अफ्वो दरगुज़र से काम ले, अहादीस में इसके बहुत से फ़ज़ाइल वारिद है जिनमे से एक फ़ज़ीलत तो अभी बयान हुई, आइये! अब मजीद फ़ज़ाइल मुलाहज़ा कीजिये।
फरमाने मुस्तफा ﷺ: जिसने गुस्से को ज़ब्त कर लिया हालांकि वो इसे नाफिल करने पर क़ादिर था तो अल्लाह बरोज़े क़यामत उस को तमाम मख्लूक़ के सामने बुलाएगा और इख़्तियार देगा की जिस हूर को चाहे ले ले।
और एक मक़ाम पर फ़रमाया: मेरी उम्मत के बेहतरीन लोग वो है कि जब उन्हें गुस्सा आ जाए तो फौरन रुजुअ कर लेते है।
*✍🏼फ़ैज़ाने मेराज* 74
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
*DEEN-E-NABI ﷺ*
📲JOIN WHATSAPP
📱+91 95580 29197
📧facebook.com/deenenabi
📧Deen-e-nabi.blogspot.in
📧https://www.youtube.com/channel/UCuJJA1HaLBLMHS6Ia7GayiA
मिट जाए गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से, गर होजाये यक़ीन के.. अल्लाह सबसे बड़ा है..अल्लाह देख रहा है..
Pages
- Home
- अब्लाक़ घोड़े सुवार
- नमाज़ के अहकाम
- परदे की फरज़िय्यत
- बुग्ज़ व किना
- परदे की फरज़िय्यत
- मेराज के वाक़ीआत
- मुर्दे की बेबसी
- रमज़ान की बहारे
- अच्छे बुरे अ'मल
- आशिके अक्बर
- आसान नेकियां
- आक़ा का महीना
- वेलेन्टाइन डे क़ुरआनो हदिष की रौशनी में
- तौबा की रिवायत व हिक़ायत
- तर्के जमाअत की वईद
- रजब की बहारे
- हयाते गौसुल आलम महबूबे यजदानी सैयद सुल्तान मखदूम अ...
- गौसे पाक का बचपन
- गौषे पाक के हालात
- फातिहा और इसाले षवाब का तरीका
- बीमार आबिद
- बेनमाज़ी का अंजाम
- अश्को की बरसात
- अनमोल हिरे
- अल-हक़्क़ुल मुबीन
- सिरते मुस्तफा 1
- सिरते मुस्तफा 2
- बरकाते ज़कात
- बद गुमानी
- क़ब्र में आनेवाला दोस्त
- तर्जमए कन्ज़ुल ईमान व तफ़सीरे खज़ाइनुल इरफ़ान
- मदनी पंजसुरह
- सवानहे कर्बला
- शाने खातुने जन्नत
- गुस्से का इलाज
- गफलत
- फुतूह अल ग़ैब
- फ़ारुके आज़म का इश्के रसूल
- फैज़ाने सिद्दिके अकबर
- फैज़ाने खादीजतुल कुब्रा
- फैज़ाने फ़ारुके आज़म
- फैज़ाने आइशा सिद्दीक़ा
- मिलाद शरीफ
- जायज़-नाजायज़ की कसौटी और 11वी शरीफ
- तज़किरए इमाम अहमद रज़ा
- प्यारी बाते
Sunday 8 April 2018
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment