हज़रते ज़ैद बिन हारिषा रदिअल्लाहो तआला अन्हो का इश्के रसूल ﷺ*
#23
بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْم
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ
हुज़ूर ﷺ ने फ़रमाया: बस इतनी सी बात है! अर्ज़ किया हुज़ूर! बस येही अर्ज़ है।
आप ﷺ ने इर्शाद फ़रमाया: उसको बुलाओ और उस से पूछ लो अगर वो तुम्हारे साथ जाना चाहे तो बिग़ैर फिदया की के वोह तुम्हारी नज़्र है और अगर न जाना चाहे तो मैं ऐसे शख्स पर जब्र नही कर सकता जो खुद न जाना चाहे। उन्होंने अर्ज़ किया कि आप ﷺ ने इस्तिहकाक से भी ज़ियादा एहसान फ़रमाया यह बात खुशी से मंजूर है।
हज़रते ज़ैद रदिअल्लाहो तआला अन्हो बुलाए गए, आप ﷺ ने फ़रमाया: तुम इनको पहचानते हो? अर्ज़ किया: जी हां पहचानता हूं येह मेरे बाप हैं और यह मेरे चचा । हुज़ूर ﷺ ने फ़रमाया कि मेरा हाल भी तुम्हे मालूम है। अब तुम्हें इख्तियार है कि मेरे पास रहना चाहो तो मेरे पास रहो, इन के साथ जाना चाहो तो इजाज़त है।
हज़रते ज़ैद रदिअल्लाहो तआला अन्हो ने अर्ज़ किया: हुज़ूर! मैं आप ﷺ के मुकाबले में भला किसको पसन्द कर सकता हूं , आप ﷺ मेरे लिए बाप की जगह भी हैं और चचा की जगह भी हैं।
उन दोनों बाप, चचा ने कहा कि जैद! गुलामी को आज़ादी पर तरज़ीह देते हो? बाप, चचा और सब घर वालों के मुकाबले में गुलाम रहने को पसन्द करते हो?
हज़रते ज़ैद रदिअल्लाहो तआला अन्हो ने फ़रमाया कि हां मै ने इन में (हुज़ूरﷺ की तरफ इशारा कर के) ऐसी बात देखी है जिस के मुक़ाबले में किसी चीज़ को पसन्द नहीं कर सकता। हुज़ूर ﷺ ने जब येह जवाब सुना तो उन को गोद में ले लिया और फ़रमाया कि मैं ने इस को अपना बेटा बना लिया। जैद रदिअल्लाहो तआला अन्हो के बाप और चचा भी येह मंजर देख कर बहुत खुश हुवे और खुशी से उनको छोड़ कर चले गए।
बाक़ी अगली पोस्ट में..ان شاء الله
*✍🏼सहाबएकिराम का इश्के रसूलﷺ* पेज 90
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मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
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Tuesday 1 May 2018
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