Pages

Tuesday 23 October 2018

*तज़किरतुल अम्बिया* #288


بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْـمٰـنِ الرَّحِـيْـمِ

اَلصَّــلٰـوةُ وَالسَّــلَامُ  عَــلَـيْـكَ يَا رَسُــوْلَ اللّٰه ﷺ

*हज़रते उज़ैर عليه السلام* ०१

     बनी इस्राइल बैतूल मुक़द्दस में आबाद थे जब वो अपने गुनाहों, नाफरमानी, फिस्क़ व फुजूर में हद से तजावूज़ कर गए और अपने नबी की इताअत न की तो बख्ते नसर ने बैतूल मुक़द्दस पर हमला किया और क़ब्ज़ा कर लिया। ये ईसा عليه السلام से तकरीबन 600 साल पहले का वाकिया है। इसके साथ 6 लाख झंडे उठाने वाले थे और झंडे के नीचे बेशुमार फौज़ थी उसने बैतूल मुक़द्दस को वरण कर डाला। तौरेत के तमाम नुस्खे जला दिये। बनी इस्राइल के तकरीबन एक तिहाई लोगों को क़त्ल कर दिया। और एक तिहाई लोगो को शाम के इलाके में बहुत ज़िल्लत से रखा। और एक तिहाई को क़ैदी बना लिया। यानी बनी इस्राइल को 3 हिस्सो में तक़सीम कर दिया था। उन कैदियों में हज़रत उज़ैर عليه السلام और दानयाल भी थे जो उस वक़्त बचपन की उम्र में थे।

     बहुत अरसा के बाद जब कुछ लोग क़ैद से आज़ाद हुए तो उनमें उज़ैर عليه السلام भी थे। आप عليه السلام बैतूल मुक़द्दस से गुज़रे जो बर्बाद हो चुका था, इधर उधर फिरे लेकिन कोई नज़र नहीं आया, अलबत्ता बागों में मुख्तलिफ किस्म के दरख्त फलों से भरे हुए थे। फलों को खाने वाला कोई न था अपने कुछ इंजीर और अंगूर तोड़ कर खाये और उनका रस निकाल कर पिया और कुछ इंजीर और अंगूर तोशादान में रख लिये और कुछ रस भी रख लिया। जब आपने वीरान आबादी को देखा तो बड़े तअज्जुब से अफसुर्दा हाल में कहने लगे: रब इसे फिर ज़िन्दा करेगा। उसकी कैसी अज़ीम क़ुदरत होगी?


बाक़ी अगली पोस्ट में..أن شاء الله

*✍️तज़किरतुल अम्बिया* 255

●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●

मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से, 

गर होजाए यक़ीन के.....

*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*

●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●

*​DEEN-E-NABI ﷺ*

📲JOIN WHATSAPP

*(बहनों के लिये अलग ग्रुप)*

📱+91 95580 29197

📧facebook.com/deenenabi

📧Deen-e-nabi.blogspot.in

📧https://www.youtube.com/channel/UCuJJA1HaLBLMHS6Ia7GayiA

No comments:

Post a Comment