Pages

Friday 26 October 2018

*तज़किरतुल अम्बिया* #290


بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْـمٰـنِ الرَّحِـيْـمِ

اَلصَّــلٰـوةُ وَالسَّــلَامُ  عَــلَـيْـكَ يَا رَسُــوْلَ اللّٰه ﷺ

*उज़ैर عليه السلام* ०३

     इतने अरसे में अल्लाह ने उज़ैर عليه السلام को अपनी क़ुदरते कामिला से लोगों की निगाहों से मख़फ़ी रखा और आपको परिन्दे, चरिन्दे वगैर भी इतना अरसा न देख सके। आप पर वफात सुबह के वक़्त दोपहर से पहले आई थी और आप ज़िन्दा शाम के वक़्त हुए। यही वजह थी कि जब रबने आपसे पूछा कि कितनी देर यहां ठहरे हो? तो आपने अर्ज़ किया एक दिन या उससे भी कम। अल्लाह ने आपको बताया यहां 100 साल हो चुके है।

     सुब्हानअल्लाह मालिकुल मुल्क की कितनी अज़ीम क़ुदरत है? 100 साल उज़ैर عليه السلام पर मौत तारी रही जिस्म मुक़म्मल तौर पर महफूज़ रहा, खाने पीने की अशिया ज्यूँ की त्युं रही, और आपके सामने रब ने गधे को ज़िंदा करके अपनी क़ुदरत का मुशाहिदा करा दिया। गधे की हड्डियों को हुक्म हुआ जो आपस मे आ कर मिल गई आपके सामने उन हड्डियों पर गोश्त चढ़कर गधे को आवाज़ दी: अब तुम ज़िन्दा हो जाओ और वो ज़िन्दा हो गया।

     ये सब कुछ आनन फानन हो गया। अब आप ज़िन्दा होकर शहर में आये तो देखा शहर तो पहले से ज़्यादा अच्छे तरीक़े से आबाद है। बनी इस्राइल के नये नये लोग भी है जो आपके बाद पैदा हुए थे। आप पर जब मौत मुसल्लत हुई थी उस वक़्त आपकी उम्र 40 बरस तक थी और अब भी 40 बरस थी। शहर से बाहर गये थे तब आओके बेटे की उम्र 18 बरस थी अब उसकी उम्र 118 बरस थी। बल्कि आपके पोते भी बूढ़े हो चुके थे।


बाक़ी अगली पोस्ट में..أن شاء الله 

*✍️तज़किरतुल अम्बिया* 255

●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●

मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से, 

गर होजाए यक़ीन के.....

*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*

●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●

*​DEEN-E-NABI ﷺ*

📲JOIN WHATSAPP

*(बहनों के लिये अलग ग्रुप)*

📱+91 95580 29197

📧facebook.com/deenenabi

📧Deen-e-nabi.blogspot.in

📧https://www.youtube.com/channel/UCuJJA1HaLBLMHS6Ia7GayiA

No comments:

Post a Comment