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Friday 12 October 2018

*अल्लाह की महब्बत कैसे हासिल करें ?* #05


بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْـمٰـنِ الرَّحِـيْـمِ

اَلصَّــلٰـوةُ وَالسَّــلَامُ  عَــلَـيْـكَ يَا رَسُــوْلَ اللّٰه ﷺ

*नवाफिल की कसरत महब्बते इलाही का ज़रिआ*

     हज़रते अबू हुरैरा رضي الله عنه से मरवी है कि हुज़ूर ﷺ ने फरमाया: अल्लाह इरशाद फरमाता है जिसने किसी वली को अज़ीय्यत दी में उससे एलाने जंग करता हु, और बन्दा मेरा क़ुर्ब सब से ज़्यादा फ़राइज़ के ज़रिए हासिल करता है और नवाफिल के ज़रिए मुसलसल क़ुर्ब हासिल करता रहता है, यहां तक कि में उससे महब्बत करने लगता हूँ। जब में बन्दे को महबूब बना लेता हूं तो में उसके कान बनजाता हु, जिससे वो सुनता है। उसकी आंख बनजाता हु जिससे वो देखता है। उसके हाथ बनजाता हु जिससे वो पकड़ता है। उसके पाऊं बनजाता हु जिससे वो चलता है। फिर वो मुझसे सवाल करे तो में उसे अता करता हूँ, मेरी पनाह चाहे तो में उसे पनाह देता हूँ।

*✍️بخارى*

     मुफ़्ती अहमद यार खान इस हदीस के तहत फरमाते है: इस इबारत का मतलब ये नही की अल्लाह वली में हुलुल कर जाता है, जैसे कोयले में आग या फूल में रंग व बु, कि अल्लाह हुलुल से पाक है और ये अक़ीदा कुफ्र है। 

     बल्कि इसके चंद मतलब है एक ये की वलियुल्लाह के ये आज़ा गुनाह के लायक़ नहीं रहते, हमेशा उनसे नेक काम ही सर्ज़द होता है, उस पर इबादत आसान होती है, गोया सारी इबादते में उससे करा रहा हूँ या ये की फिर वो बन्दा उन आज़ा को दुन्या के लिये इस्तमाल नही करता, सिर्फ मेरे लिए इस्तमाल करता है, हर चीज़ में मुझे देखता है, हर आवाज़ में मेरी आवाज़ सुनता है, या ये की वो बन्द फना फिल्लाह हो जाता है, जिससे खुदाई ताक़ते उस के आज़ा में काम करती है और वो वैसे काम कर लेता है जो अक़्ल से वरा हो।

     याक़ूब عليه السلام ने किनआन में बैठे हुवे मिस्र से चली हुई क़मीज़े यूसुफ की खुशबू सूंघ ली, सुलेमान عليه السلام ने 3 मिल के फासले से चूंटी की आवाज़ सुन ली, आसिफ बिन बर्खिया ने पलक झपक ने से पहले यमन से तख्ते बिलक़ीस ला कर शाम में हाज़िर कर दिया। हुज़ूर पुर नूर ﷺ ने क़यामत तक के वाक़यात बचश्मे मुलाहजा फरमा लिये। हज़रत उमर رضي الله عنه ने मदीना से खुत्बा पढ़ते हुवे नहावन्द तक अपनी आवाज़ पहुंचा दी। ये सब इसी ताक़त के करिश्मे है।

*✍️मीरआतुल मनाजिह* 3/308

     मीठे और प्यारे इस्लामी भाइयो! काश हम फ़राइज़ की पाबंदी के साथ नफ़्ल इबादत के भी पाबन्द हो जाए।

*✍️अल्लाह की महब्बत कैसे हासिल हो?* 10

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मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से, 

गर होजाए यक़ीन के.....

*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*

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