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بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ
हज़रत ईसा عليه السلام की एक मर्तबा इब्लीस से मुलाक़ात हुई, आपने इब्लीस से कहा : तुझे अल्लाह की क़सम ! ये बता कि वो कौन सा अमल है जो तेरी पुश्त तोड़ डालता है ? (यानी तुझे नाकाम बना देता है) ये सुनते ही वो गिर पड़ा और कहने लगा : फराइज़ (यानी फ़र्ज़ नमाज़ों) के अलावा घर में नमाज़ पढ़ना।
*✍🏼नुज़हतुल मजालिस*
मालुम हुआ कि नमाज़ की पाबन्दी और खूब नमाज़ की अदायगी इब्लीस की नाकामी का सबब है लेकिन बदकिस्मती से मुसलमान नमाज़ न पढ़कर खुद को नाकाम बना रहा है।
*✍🏼नमाज़ की अहमियत* 26
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मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
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*DEEN-E-NABI ﷺ*
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