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بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ
मीठे मीठे इस्लामी भाइयो ! अमीरुल मुअमिनीन हज़रते मौलाए काएनात ,अलिय्युल मुर्तजा शेरे खुदा كرّم اﷲ تعالٰی و جْهل الكرِيم की सादगी पर हमारी जान कुरबान हो । इतनी इतनी मशक्कतें बरदाश्त करने के बा वुजूद जुबान पर कभी हर्फे शिकायत न लाते। गिजा के साथ साथ आप का लिबास भी इन्तिहाई सादा हुवा करता था।
एक बार आप كرّم اﷲ تعالٰی و جْهل الكرِيم की खिदमत में अर्ज की गई , आप अपनी क़मीस में पैवन्द क्यूं लगाते हैं ? फ़रमाया : इस से दिल में खुशूअ पैदा होता है और इस से लोग बन्दए मोमिन की इक्तिदा करते हैं ।
मीठे मीठे इस्लामी भाइयो ! गुरबत अल्लाह की नेमत , नबिय्ये रहमत ﷺ की चाहत, बहुत सारी फजीलत और बे शुमार फवाइद का पेश - खैमा है , इसी वज्ह से अल्लाह वालों ने गुरबत को पसन्द फ़रमाया ।
बाक़ी अगली पोस्ट में..ان شاء الله
*✍🏼 ग़रीब फाएदे में है पेज 4*
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मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
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*DEEN-E-NABI ﷺ*
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