Pages

Saturday 5 January 2019

दुरुद शरीफ के मदनी फूल* #01

*

بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ

اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ

    ● अल्लाह के हुक्म की तामील होती है।

    ● एक मर्तबा दुरुद पढ़ने वाले पर 10 रहमते नाज़िल होती है। उसके 10 दरजात बुलन्द होते है। उसके लिये 10 नेकिया लिखी जाती है। उसके 10 गुनाह मिटाए जाते है।

    ● दुरुद पढ़ना नबिय्ये रहमत की शफ़ाअत का सबब है।

    ● दुरुद पढ़ना गुनाहो की बख्शिश का बाइस है।

    ● दुरुद के ज़रिए अल्लाह बन्दे के गमो को दूर करता है।

    ● दुरुद पढ़ने के बाइस बन्दा क़यामत के दिन रसूले अकरम ﷺ का कुर्ब हासिल करेगा।

    ● दुरुद तंगदस्ती के लिये सदक़ा के क़ाइम मक़ाम है।

    ● दुरुद क़ज़ाए हाजात का ज़रिया है।

    ● दुरुद अल्लाह की रहमत और फिरिश्तो की दुआ का बाइस है।

    ● दुरुद अपने पढ़ने वाले के लिये पाकीज़गी और तहारत का बाइस है।

    ● दुरुद से बन्दे को मौत से पहले जन्नत की खुश खबरी मिल जाती है।


बाक़ी अगली पोस्ट में... انشاء الله

*✍🏽जिलाउल अफहाम, 246*

*✍🏽मदनी पंजसुरह, 165*

●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●

मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से, 

गर होजाए यक़ीन के.....

*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*

●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●

*​DEEN-E-NABI ﷺ*

📲JOIN WHATSAPP

*(बहनों के लिये अलग ग्रुप)*

📱+91 9033 833 975

📧facebook.com/deenenabi

📧Blog : Deen-e-nabi.blogspot.in

📧YouTube : https://www.youtube.com/channel/UCuJJA1HaLBLMHS6Ia7GayiA

📧Teligram : https://t.me/joinchat/AAAAAEmfxlvfVocFrnIygA

No comments:

Post a Comment