بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ*यूसफ़ عليه السلام का अपनी वालिदा की क़ब्र पर रोना*
भाइयों को आपने अलविदाई सलाम कर दिया तो आपको गुलाम ने पकड़ कर अपने साथ चला लिया ताकि क़ाफ़िला से मिल जायें, आपको बेड़िया लगाकर एक सवारी पर सवार करके साथ ले जाया जा रहा था, कनआन के क़बस्तान से जब आपका गुज़र हुआ तो अपनी वालदा राहील की क़ब्र को देखकर आप अपने जज़्बात पर क़ाबू न रख सके सवारी से उतर कर क़ब्र से लिपट कर रोते हुए अर्ज़ करने लगे :
ए मेरी माँ! क़ब्र से सर उठा कर ज़रा अपने बेटे को बेड़ियों में जकड़ा हुआ तो देखो। ऐ मेरी माँ! भाइयों ने मुझे कुंए में फेंक दिया, बाप से मुझे जुदा कर दिया, खोटे सिक्कों से मुझे बेच डाला, मेरी छोटी सी उम्र पर भी उनका दिल न पसीजा, उन्हें मुझ पर कुछ रहम न आया, अल्लाह से सवाल करता हूँ कि मुझे ओर मेरे वालिद को मक़ामे रहमत में जमा करे, वही रहमान व रहीम है।
*✍तज़किरतुल अम्बिया* 129
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
●•●┄─┅━━━━━★✰★━━━━━┅─●•●
*DEEN-E-NABI ﷺ*
📲JOIN WHATSAPP
*(बहनो के लिये अलग ग्रुप)*
📱+91 95580 29197
📧facebook.com/deenenabi
📧Deen-e-nabi.blogspot.in
📧https://www.youtube.com/channel/UCuJJA1HaLBLMHS6Ia7GayiA
मिट जाए गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से, गर होजाये यक़ीन के.. अल्लाह सबसे बड़ा है..अल्लाह देख रहा है..
Pages
- Home
- अब्लाक़ घोड़े सुवार
- नमाज़ के अहकाम
- परदे की फरज़िय्यत
- बुग्ज़ व किना
- परदे की फरज़िय्यत
- मेराज के वाक़ीआत
- मुर्दे की बेबसी
- रमज़ान की बहारे
- अच्छे बुरे अ'मल
- आशिके अक्बर
- आसान नेकियां
- आक़ा का महीना
- वेलेन्टाइन डे क़ुरआनो हदिष की रौशनी में
- तौबा की रिवायत व हिक़ायत
- तर्के जमाअत की वईद
- रजब की बहारे
- हयाते गौसुल आलम महबूबे यजदानी सैयद सुल्तान मखदूम अ...
- गौसे पाक का बचपन
- गौषे पाक के हालात
- फातिहा और इसाले षवाब का तरीका
- बीमार आबिद
- बेनमाज़ी का अंजाम
- अश्को की बरसात
- अनमोल हिरे
- अल-हक़्क़ुल मुबीन
- सिरते मुस्तफा 1
- सिरते मुस्तफा 2
- बरकाते ज़कात
- बद गुमानी
- क़ब्र में आनेवाला दोस्त
- तर्जमए कन्ज़ुल ईमान व तफ़सीरे खज़ाइनुल इरफ़ान
- मदनी पंजसुरह
- सवानहे कर्बला
- शाने खातुने जन्नत
- गुस्से का इलाज
- गफलत
- फुतूह अल ग़ैब
- फ़ारुके आज़म का इश्के रसूल
- फैज़ाने सिद्दिके अकबर
- फैज़ाने खादीजतुल कुब्रा
- फैज़ाने फ़ारुके आज़म
- फैज़ाने आइशा सिद्दीक़ा
- मिलाद शरीफ
- जायज़-नाजायज़ की कसौटी और 11वी शरीफ
- तज़किरए इमाम अहमद रज़ा
- प्यारी बाते
Tuesday 19 June 2018
*तज़किरतुल अम्बिया* #164
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment