*अमीरे मुआविया की सूरत व सीरत मुबारक*
بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ
आप رضي الله عنه दर्ज़ा क़ामत थे। आप का रंग सफेद व खूब सूरत ओर शख़्सिय्यत रोबदार थी। सर ओर दाढ़ी मुबारक में मेहंदी लगाया करते थे जिस के रंग के सबब आप की दाढ़ी सोने की तरह मालूम होती थी। आप हलीम व बुर्दबार, बा वक़ार, मालदार ओर लोगों में सरदार थे, करम फरमाने वाले ओर बहर सूरत इन्साफ क़ाइम करने वाले थे।
हज़रते हसन अली बिन मुहम्मद जज़री رضي الله عنه फरमाते है: अमीरे मुआविया رضي الله عنه बहुत खूब सूरत गोरे रंग वाले थे। चुनान्चे, अमीरुल मोअमिनिन हज़रते उमर फ़ारूक़ رضي الله عنه फ़रमाया करते थे: मुआविया अरब के किसरा (फारस (ईरान) के बादशाह को किसरा कहते हैं) है। नीज़ आप अक्सर सियाह इमामा बांधते थे।
हज़रत हुसैन बिन मुहम्मद दियार बकरी رحمة الله عليه फरमाते है: हज़रत अमीरे मुआविया رضي الله عنه बादशाह थे, रोब व दबदबा वाले, दूर अन्देश, बहादुर, सखी, बुर्दबार ओर सरदार थे, गोया आप पैदा ही बादशाहत के लिये हुवे थे।
*✍फ़ैज़ाने अमीरे मुआविया* 26
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मिट जाऐ गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
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*DEEN-E-NABI ﷺ*
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Monday 4 June 2018
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