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Saturday 1 April 2017

*फैज़ाने इसाले षवाब* #02
*بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ*
*اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ*

*_वालिदैन की तरफ से खैरात_*
     जब तुम में से कोई कुछ नफ्ल खैरात करे तो चाहिये की उसे अपने माँ बाप की तरफ से करे की इस का षवाब उन्हें मिलेगा और इस के (यानि खैरात करने वाले के) षवाब में कोई कमी नही आएगी।
*✍🏽शोएबुल ईमान, 6/205, हदिष:7911*

*_रोज़ी में बे बरकती की वजह_*
     बन्दा जब माँ बाप के लिये दुआ तर्क कर देता है उस का रिज़्क़ कत्अ हो जाता है।
*✍🏽कुंजुल उम्माल, 16/201, हदिष:45548*

*_जुमुआ को ज़ियारते क़ब्र की फ़ज़ीलत_*
     जो शख्स जुमुआ के रोज़ अपने वालिदैन या उन में से किसी रक की क़ब्र की ज़ियारत करे और उस के पास सूरए यासीन पढ़े, बख्श दिया जाए।
*✍🏽اُبن عدّى فِى الْكٙامِل، ج٦ ص٢٦٠*

          लाज रखले गुनाहगारो की
               नाम रहमान है तेरा या रब !
*✍🏽मदनी पंजसुरह, 396*
*___________________________________*
मिट जाए गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
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*​DEEN-E-NABI ﷺ*
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