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Wednesday 5 April 2017

*बा वुज़ु सोने की फ़ज़ीलत*
*بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ*
*اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ*

     हदिषे पाक में है : बा वुज़ु सोने वाला रोज़ा रख कर इबादत करने वाले की तरह है।

*_बा वुज़ु मरने वाला शहीद है_*
     मदीने के ताजदार ﷺ ने हज़रत अनस رضي الله تعالي عنه से फ़रमाया : बेटा ! अगर तुम हमेशा बा वुज़ु रहने की इस्तिताअत रखते हो तो ऐसा ही करो, क्यू की मलकुल मौत जिस बन्दे की रूह हालते वुज़ु में कब्ज़ करता है उसे के लिए शहादत लिख दी जाती है।
*✍🏽शोएबुल ईमान, 3/29, हदिष 2783*

     मेरे आक़ा आ'ला हज़रत इमाम अहमद रज़ा खा अलैरहमा फरमाते है : हमेशा बा वुज़ू रहना मुस्तहब है।

*_मुसीबतो से हिफाज़त का नुस्खा_*
     अल्लाह ने हज़रते मूसा कलीमुल्लाह से फ़रमाया : ऐ मूसा ! अगर बे वुज़ु होने की सूरत में कोई मुसीबत पहोंचे तो खुद अपने आप को मलामत करना।
*✍🏽शोएबुल ईमान, 3/29*

★ हमेशा वुज़ु रहना इस्लाम की सुन्नत है।
*✍🏽फताव रज़विय्या मुखर्रज, 1/702*
*✍🏽नमाज़ के अहकाम, सफा 6*
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मिट जाए गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
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*​DEEN-E-NABI ﷺ*
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