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Saturday 25 March 2017

*मदनी फूल*
*بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ*
*اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ*

*_खजूर के मदनी फूल_* #01
     तबीबो के तबीब ﷺ का फरमाने सिहहत निशान है, "आलिया" (मदीना में मस्जिदे क़ुबा की जानिब एक जगह का नाम) की अज्वा (मदीना की सबसे अज़ीम खजूर का नाम) में हर बिमारी से शिफ़ा है।
     अल्लामा बदरुद्दीन ऐनी हनफ़ी रहमतुल्लाह अलैह की रिवायत के मुताबिक़ 7 रोज़ तक सात अदद अज्वा खजूर खाना जुज़ाम (कोढ़) को रोकता है।
*✍🏽उमदतुल कारी, 14/446*

     अबू हुरैरा رضي الله تعالي عنه से रिवायत है, खजूर खाने से कुलन्ज (बड़ी अंतड़ी का दर्द) नही होता।
*✍🏽कन्जुल उम्माल, 10/12, हदिष : 28191*

     हुज़ूर ﷺ का फरमान है की, नहार मुह खजूर खाओ कस से पेट के कीड़े मर जाते है।
*✍🏽अलजामिउ सगीर, 398, हदोष:6394*

     हज़रते रबीआ बिन खसिम رضي الله تعالي عنه फरमाते है : मेरे नज़्दीक हामिला के लिये खजूर से और मरीज़ के लिये शहद से बेहतर किसी चीज़ में शिफ़ा नही।
*✍🏽दुर्रे मन्सूर, 5/505*
*✍🏽मदनी पंजसुरह, 356*
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मिट जाए गुनाहो का तसव्वुर ही दुन्या से,
गर होजाए यक़ीन के.....
*अल्लाह सबसे बड़ा है, अल्लाह देख रहा है...*
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*​DEEN-E-NABI ﷺ*
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