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Friday 8 July 2016

*पर्दा की फरज़ियत*
          और
*उसकी अहमियत*
हिस्सा-01
*بِسْــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ*
*الصــلوة والسلام‎ عليك‎ ‎يارسول‎ الله ﷺ*

अल्लाह व रसूल ने इंसानी फितरत के तकाजो के मुताबिक़ बदकारी के दरवाज़ों को बन्द करने के लिये औरतो को पर्दे में रखने का हुक्म दिया है पर्दे की फरज़ियत और उसकी अहमियत क़ुरआन और हदीश से साबित है
चुनान्चे क़ुरआन में अल्लाह तआला ने औरतो पर पर्दा फ़र्ज़ फरमाते हुए इरशाद फ़रमाया :
*तुम अपने अपने घरो के अन्दर रहो और बे पर्दा होकर बाहर न निकलो जिस तरह पहले जमाने के दौरे जाहिलिय्यत में औरते बे पर्दा बाहर निकल कर घूमती फिरती थी*
इस आयत में अल्लाह ने साफ़ साफ़ औरतो पर पर्दा फ़र्ज़ करके हुक्म दिया है कि वह घर के अंदर रहा करे और ज़माना ए जाहिलिय्यत की बेहयाई व बे पर्दगी की रस्म को छोड़ दे,

बाक़ी अगली पोस्ट में..इन्शा अल्लाह
*✍🏽अनवारे मुस्तफा मेगेज़ीन 70, में-2016*
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