Pages

Friday 8 July 2016

सिरते मुस्तफा​ﷺ


*​जंगे उहूद*​
*بِسْــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ*
*الصــلوة والسلام‎ عليك‎ ‎يارسول‎ الله ﷺ*

_*​सहाबा का जोशे जां निषार​​*​_
हिस्सा-05
इस हालत में हुज़ूरﷺ अपने जां निशारो के साथ पहाड़ की बुलंदी पर चढ़ गए जहा कुफ्फार के लिये पहुचना दुशवार था। अबू सुफ़यान ने देख लिया और फौज ले कर वो भी पहाड़ पर चढ़ने लगा लेकिन हज़रते उमरرضي الله تعالي عنه और दूसरे जां निषार सहाबा ने काफिरो पर इस ज़ोर से पथ्थर बरसाए कि अबू सुफ़यान उसकी ताब न ला सका और पहाड़ से उतर गया।
हुज़ूरﷺ अपने चन्द सहाबा के साथ पहाड़ की एक घाटी में तशरीफ़ फरमा थे और चेहरए अन्वर से खून बह रहा था। हज़रते अलीرضي الله تعالي عنه अपनी ढाल में पानी बाहर भर कर ला रहे थे और हज़रते फातिमा ज़हराرضي الله تعالي عنها अपने हाथो से खून धो रही थी मगर खून बन्द नहीं होता था बिल आखिर खजूर की चटाई का एक टुकड़ा जलाया और उस की राख ज़ख्म पर रख दी तो खून फौरन ही थम गया।
*✍🏽सिरते मुस्तफा 276*
___________________________________
📮Posted by:-
*​DEEN-E-NABI ﷺ*​
💻JOIN WHATSAPP
📲+91 9723 654 786
📧facebook.com/deenenabi
📧Deen-e-nabi.blogspot.in

No comments:

Post a Comment