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Saturday 24 September 2016

क़ब्र में आनेवाला दोस्त

*क़ब्र को रौनक बख्शने और इसे आराम देह बनाने वाले आमाल* #10
*بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ*
*اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ*

*_इल्म क़ब्र में साथ रहेगा_*
     हुज़ूरﷺ ने फ़रमाया के जब आलिम फौत होता है तो उस का इल्म क़यामत तक क़ब्र में उसको मानूस करने के लिये मुतशक्किल हो कर (यानी शक्ल इख़्तियार कर के) रहता है और ज़मीन के कीड़ो को दूर करता है।
*✍🏽शरह अलसुदूर, 158*

*_औलाद को इल्मे दिन सिखाने की बरकत_*
     हज़रते ईसा रूहल्लाह एक क़ब्र के पास से गुज़रे तो देखा के क़ब्र में नूर ही नूर है और वहा अल्लाह की रहमत बरस रही है। आप बहुत हैरान हुए और अल्लाह की बारगाह में अर्ज़ की : या अल्लाह ! मुझे इसका राज़ बता दे के पहले इस पर अज़ाब क्यू हो रहा था और अब इसे जन्नत की नेअमतें कैसे मिल गई ?
     अल्लाह ने इरशाद फ़रमाया : ऐ इसा ! ये सख्त गुनाहगार और बदकार था, इस वजह से अज़ाब में गिरफ्तार था, मरने के बाद इसके घर लड़का पेड़ हुआ और आज इस को मदरसे भेजा गया, उस्ताद ने उसे *बिस्मिल्लाह* पढ़ाई, मुझे हया आई के में ज़मीन के अंदर उस शख्स को अज़ाब दू जिस का बच्चा ज़मीन पर मेरा नाम ले रहा है।
*✍🏽तफ़सीरे कबीर, 1/155*
*✍🏽क़ब्र में आनेवाला दोस्त, 86*
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