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Wednesday 7 September 2016

क़ब्र में आनेवाला दोस्त

*क़ब्र को जहन्नम का गढ़ा बनाने वाले आमाल* #11
*بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ*
*اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ*

*_सूदखोर का अन्जाम_*
     हज़रत अल्लामा हजर मक्की अलैरहमा फरमाते है के जब में छोटा था तो पाबन्दी से अपने वालिद की क़ब्र पर हाज़िरी देता और क़ुरआन की रिलावत किया करता था। एक मर्तबा रमज़ानुल मुबारक में नमाज़े फज़र के फौरन बाद क़ब्रस्तान गया। उस वक़्त क़ब्रस्तान में मेरे इलावा कोई न था। में ने अपने वालिद की क़ब्र के क़रीब बैठ कर क़ुरआन की तिलावत शुरू कर दी, कुछ ही देर गुज़री थी के अचानक मुझे किसी के ज़ोर ज़ोर से रोने की आवाज़ सुनाई दी। ये आवाज़ एक क़ब्र से आ रही थी। में घबरा गया और तिलावत छोड़ कर क़ब्र की तरफ देखने लगा, ऐसा लगता था जेसे क़ब्र के अंदर किसी को अज़ाब दिया जा रहा हो, क़ब्र में दफ़्न मुर्दे कि आहो ज़ारी सुन कर मुझे खौफ महसूस होने लगा। जब दिन खूब चढ़ गया तो वो आवाज़ सुनाई देना बंद हो गई।
     एक शख्स मेरे क़रीब से गुज़रा तो में ने उस से क़ब्र के बारे में पूछा, उसने मुझे बताया के ये फुला की क़ब्र है। में उस शख्स को पहचान गया, ये बड़ा पक्का नमाज़ी था और बे जा गुफ्तगू से परहेज़ किया करता था। ऐसे नेक शख्स की क़ब्र से रोने पीटने की आवाज़े सुन कर में बड़ा हैरान था। मेने मालूमात की तो पता चला के वो सूदखोर था, शायद इसी वजह से उसे क़ब्र में अज़ाब हो रहा था।

     इस हिकायत से चन्द सिक्को की खातिर अपने आप को जहन्नम के शोलो की नज़र करने की जिसारत करने वाले सूदखोरों को इब्रत पकड़ नी चाहिए के कही मरने के बाद उनका भी यही अंजाम न हो !

*_पेट में साँप_*
     हुज़ूरﷺ ने फ़रमाया : मेराज की रात मेरा गुज़र कुछ ऐसे लोगो पर हुवा, जिन के पेट मकानों की तरह थे, उन में साप थे, जो पेटो के बाहर से भी नज़र आते थे। मेने पूछा के ऐ जिब्राईल ये कौन है ? उन्होंने अर्ज़ की : सूद खाने वाले।
*✍🏽सुनन इब्ने माजह, 3/71*
*✍🏽क़ब्र में आनेवाला दोस्त, 56*
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